
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की एक और टिप्पणी पर बुधवार को बखेड़ा खड़ा हो गया. पित्रोदा ने कहा कि पूर्व के लोग चीनी एवं दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं. बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, त्वचा के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा और मैं तो बिल्कुल नहीं. कांग्रेस ने पित्रोदा की टिप्पणी से किनारा कर लिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने वारंगल में चुनावी रैली में पित्रोदा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला. मोदी ने पूछा, त्वचा के रंग के इस खेल की उन्हें किसने इजाजत दी. कोई मुझे बताइए, क्या मेरे देश में चमड़ी के रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी. देशवासी भगवान श्री कृष्ण की पूजा करते हैं, जिनकी त्वचा का रंग भी हम सभी की तरह था. मोदी ने कहा कि उन्हें अब पता चला है कि द्रौपदी मुर्मु की इतनी प्रतिष्ठा होने के बावजूद कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें हराने की कोशिश क्यों की. वहीं, मोदी ने आंध्र प्रदेश के राजमपेट में चुनावी रैली में पित्रोदा की विवादास्पद टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए इंडिया गठबंधन को घेरा. उन्होंने कर्नाटक और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों क्रमश सिद्धरमैया और रेवंत रेड्डी से पूछा कि क्या वे ऐसे आरोप को स्वीकार करेंगे.
कांग्रेस बोली-पित्रोदा की उपमाएं अस्वीकार्य कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधता पर जो उपमाएं दी गई हैं, वह अस्वीकार्य हैं. कांग्रेस इनसे खुद को अलग करती है.
भाजपा ने निशाना साधा भाजपा ने कहा, पित्रोदा की टिप्पणी ने देश को धर्म एवं जाति के आधार पर बांटने की कांग्रेस की कोशिश को उजागर किया है. भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर और सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, पित्रोदा ने उस विचार को उजागर किया है, जिस पर कांग्रेस के बड़े नेता विश्वास करते हैं.
बयान पर विवाद बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी. इससे पहले सैम पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में कहा था कि हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं. जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं. भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा भिन्न हैं, मगर देशवासी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. संबंधित खबर P09
मैं बहुत गुस्से में हूं. मुझे कोई अपशब्द कहे तो मुझे गुस्सा नहीं आता. मैं सहन कर लेता हूं, लेकिन आज कांग्रेस ने देशवासियों के बारे में ऐसी बात कही, जिसने मुझमें गुस्सा भर दिया है.
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री