रेलवे बोर्ड की चेयरपर्सन और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने मंगलवार को पलवल और वृंदावन के बीच वंदे भारत ट्रेन में सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ के ट्रायल का निरीक्षण किया. सिन्हा को लाल सिग्नल, लूप लाइनों और अन्य गति प्रतिबंध बिंदुओं पर कवच कार्य प्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव हुआ. इस दौरान ट्रायल सफल रहा. आगरा रेलवे डिवीजन के पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड चेयरपर्सन के साथ उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ रेलवे अधिकारी भी मौजूद रहे. अधिकारियों ने 160 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली आठ-कार सेट वंदे भारत में कवच परीक्षण का निरीक्षण किया. उप मुख्य सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर कुश गुप्ता की समग्र देखरेख में किया गया परीक्षण सफल रहा. क्योंकि ट्रेन कवच की मदद से लाल सिग्नल पर अपने आप रुक गई. उन्होंने आगे कहा, ट्रेन ने लोको पायलट के हस्तक्षेप के बिना कवच की मदद से सभी गति प्रतिबंधों का पालन किया. अधिकारियों ने कहा कि सिन्हा कवच के सफल कामकाज से बेहद प्रभावित थीं.