प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दोहराया कि चार जून को केंद्र में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी. अपने विरोधियों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, मैं दोबारा सरकार बनाने के लिए सरकार नहीं चलाता हूं. मैं देश बनाने के लिए सरकार चलाता हूं. एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने ये बातें कहीं.
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं विपक्ष को साथ लेकर चलना चाहता हूं. वो 60-70 साल तक सरकार में रहे हैं. उनके पास लंबा अनुभव है. मैं उनकी अच्छी चीजें सीखना चाहता हूं. अगर उनके अनुभवी लोग मुझे कोई सलाह देना चाहते हैं तो मैं सुनने को तैयार हूं. विपक्षियों को मीडिया में जो भी कहना है, कहते रहें, लेकिन देश हित में अगर कोई सुझाव है तो उनका स्वागत है. देश कोई पर्सनल प्रॉपर्टी नहीं है. 140 करोड़ लोगों को इसे आगे बढ़ाने का अधिकार है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश का दुर्भाग्य है कि जो सरकार चलाते हैं, उनके दिमाग में एक ही बात रहती है कि अगला चुनाव जीतने के लिए क्या खेल खेलें. मगर मेरे दिमाग में कभी भी ये बात नहीं रहती.
कांग्रेस भ्रम फैलाने में माहिर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, देश में भ्रम पैदा करना, वातावरण बदलना, नए-नए मुद्दे जोड़ते रहना और विपक्ष को ऐसे मुद्दों पर रिएक्ट करने के लिए मजबूर कर देना कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति है. इसका मतदाताओं पर कोई प्रभाव नहीं होगा.
पसमांदा समाज को लेकर भी बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, पसमांदा समाज की हालत मैं देख चुका हूं. पसमांदा समाज में शिक्षा बढ़नी चाहिए. भारत की विकास यात्रा में इतना बड़ा वर्ग भागीदार कैसे बने यही मेरा विषय है.
परमात्मा ने मुझे किसी उद्देश्य के लिए भेजा
एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं अपने कर्तव्य को निभाने की पूरी कोशिश करता हूं. बेशक कोई मुझे मूर्ख कह सकता हैै, या पागल समझ सकता है, लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि परमात्मा ने मुझे किसी उद्देश्य से धरती पर भेजा है. जब वो उद्देश्य पूरा हो जाएगा तो परमात्मा मेरा काम भी पूरा कर देंगे. मैं पूरी तरह से परमात्मा के लिए समर्पित हूं.
मैं लखपति दीदी बनाने का कार्यक्रम लेकर चल रहा हूं. तीन करोड़ लखपति दीदी बनने का मतलब है कि वो गांव की अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करेंगी. इस बदलाव का फर्क तो पड़ता है. इसी तरीके के छोटे-छोटे रोजगार के कार्यक्रमों से देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होती है.
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री