नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर सभी पक्षों से विचार-विमर्श के बाद पांच वर्ष के भीतर पूरे देश के लिए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और एक देश, एक चुनाव लागू किया जाएगा. एक साथ चुनाव कराने से खर्च भी कम होगा.
अमित शाह ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने किसी भी प्रकार का कोई धर्म आधारित प्रचार अभियान नहीं चलाया है. लेकिन, मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ प्रचार करना, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए मतदाताओं तक पहुंचना अगर धर्म आधारित चुनाव अभियान है तो भाजपा ने यह किया है. आगे भी करती रहेगी.
शाह ने कहा कि विपक्ष का निर्वाचन आयोग की आलोचना करना अपनी आसन्न हार को छिपाने की चाल है. गृहमंत्री ने ईवीएम और मतदान के आंकड़ों जैसे मुद्दों पर विपक्ष द्वारा की जा रही निर्वाचन आयोग की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश सहित पिछले विधानसभा चुनावों में इन्हीं प्रथाओं का पालन किया गया था और इन चुनावों में भाजपा हार गई थी. उन्होंने कहा, अगर वे चुनाव निष्पक्ष थे तो यह चुनाव भी निष्पक्ष है. जब आप हार देखते हैं तो आप पहले ही रोना शुरू कर देते हो और विदेश जाने के बहाने ढूंढते हो. इनको छह तारीख को छुट्टी पर जाना है तो कुछ ना कुछ तो बोलना पड़ेगा.
शाह ने कहा कि कांग्रेस के सवाल उठाने का उद्देश्य राहुल की विफलता को ढंकना है. उन्होंने कहा, जब भी विपक्ष चुनाव हारता है तो ईवीएम पर सवाल उठाता है.