चुनाव के परिणाम से पहले कांग्रेस और भाजपा में दिख रहा है असंतोष
रायपुर:छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले और बाद में दो रंग नजर आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में असंतोष नजर आया और चुनाव खत्म होते के बाद भाजपा में असंतोष के स्वर सुनाई दे रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को पार्टी में अच्छी खासी तवज्जो मिल रही है.
इससे भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है. अनुशासन के दायरे में बंधे कार्यकर्ता अपनी बातों को किसी न किसी रुप में पार्टी फोरम में रहा है. इसके बाद भी यहां अनदेखी होने के बाद अब कार्यकर्ता सोशल मीडिया में अपनी बातों को साझा कर रहे हैं. प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद बगावत का दौर शुरू हो गया था. इसे भाजपा ने अच्छे से भुनाने का प्रयास किया. इसके लिए बकायदा एक टीम बनाई गई, जो विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदारों पर अपना फोकस किया. बड़ी संया में कांग्रेस संगठन से जुड़े नेता भाजपा में शामिल हुए. लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पत्रकारवार्ता लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला गया. पार्टी की सभाओं में भी कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को मंच मिलने लगा. इसे देखकर भाजपा के कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखी जा रही है.
मंच में बैठे नेता की गोल घेरे में तस्वीर : लोकसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए एक नेता की फोटो एक ग्रुप में डाली गई है. इस में भाजपा के कई नेता भी है. इसमें मंच में बैठे नेता को लाल घेरे में रखा गया है. इसमें मंच में बैठे नेता पर कोई आपत्ति नहीं की गई है, लेकिन पुराने समय में अनुशासन और उसके नाम पर मिली डांट का जिक्र जरूर है.
बताया जाता है कि कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए एक नेता अपना नबर बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया में लगातार पोस्टर पोस्ट करते रहते हैं. इसमें केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े नेताओं की फोटो रहती है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष और संगठन से जुड़े नेताओं की फोटो गायब रहती है. इस पर सोशल मीडिया में ही भाजपा नेता ने आपनी आपत्ति जताई थी. इसके बाद कांग्रेस भी इस विवाद में कूद गए थे. इस विवाद के बाद भी पोस्टर में कोई खास बदलाव नजर नहीं आया.