रायपुर: बिजली कटौती और सप्लाई बाधित करने के जिमेदार अधिकारियों पर गिरेगी गाज
रायपुर: गर्मियों के मौसम में रायपुर समेत कई शहरों जारी विद्युत कटौती और सप्लाई बाधित करने पर छत्तीसगढ़ विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष व ऊर्जा सचिव पी. दयानंद ने अधिकारियों पर सत रुख अपनाया है. इस संबंध में गुरुवार को अध्यक्ष दयानंद ने ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के अधिकारियों को तलब किया और अनावश्यक बिजली सप्लाई बाधित करने के जिमेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने आदेश दिया. संतोषजनक जवाब न मिलने पर अधिकारियों पर सत कार्रवाई के लिए कहा है.
अध्यक्ष पी. दयानंद ने पत्रिका में गर्मी लगातार हो रही बिजली कटौती की लगातार खबर छपने के बाद सीएसपीडीसीएल के अधिकारियों को तलब किया है. उन्होंने रायपुर समेत प्रदेशभर की बिजली व्यवस्था को तत्काल सुधारने का निर्देश दिया. साथ ही उपभोक्ताओं की बिजली कटौती संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लेने के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देशित किया. साथ ही जिमेदारी अधिकारियों को नोटिस जारीकर जवाब मांगने के लिए निर्देश दिए. बैठक में प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला ने अनेक स्थानों पर पारेषण और वितरण तंत्र की मजबूती की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया.
मानीटरिंग न होने से दिक्कत
गर्मियों में बिजली की खपत बढ़ जाती और मांग रेकार्ड स्तर पर पहुंच जाता है. मांग के अनुरूप शहरों में बिजली सप्लाई नहीं हो पा रही. मांग के अनुरूप बिजली सप्लाई का उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार मानीटरिंग न करना भी कटौती बड़ा कारण है.
परियोजनाओं की धीमी गति पर मांगा जवाब
अध्यक्ष पी. दयानंद ने अधिकारियों ने पिछले पांच वर्षों में प्रदेशभर में चल रहीं बिजली विस्तार वाली परियोजनाओं की धीमी गति को लेकर भी उच्चअधिकारियों पर नाराजगी जताई. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि गत पांच वर्षों में विद्युत उपकेन्द्र और लाइनों की स्थापना जैसे अधोसंरचना के विकास के कार्यों में बहुत रूकावट आई है, जिसका विपरीत असर वर्तमान समय में दिखाई पड़ रहा है.