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कर्ज में डूबी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Limited) के निलंबित निदेशक मंडल ने एनसीएलटी (NCLT) के पिछले सप्ताह के आदेश को अपीलीय न्यायाधिकरण एनसीएलएटी (NCLAT) में चुनौती दी है. एनसीएलटी ने कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया था. यह याचिका एनसीएलएटी की अवकाश पीठ के समक्ष सूचीबद्ध की गई, जिसने एनसीएलटी के आदेश पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया.
विस्तार में जानकारी
एनसीएलएटी की इलाहाबाद पीठ ने 3 जून को आईसीआईसीआई बैंक द्वारा दायर की गई दिवालियापन याचिका को स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही, कंपनी के निदेशक मंडल को निलंबित कर भुवन मदान को जयप्रकाश एसोसिएट्स का अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया गया. सितंबर 2018 में, आईसीआईसीआई बैंक ने IBC की धारा 7 के तहत जयप्रकाश एसोसिएट्स के खिलाफ दिवालियापन याचिका दायर की थी. एनसीएलटी ने जेएएल की इस दलील को खारिज कर दिया कि वह नकदी की कमी का सामना कर रही है और कर्ज चुकाने में असमर्थ है. कंपनी का तर्क था कि सरकारी मंजूरी में देरी, यमुना एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित लंबी मुकदमेबाजी और सरकारी नीतियों में बदलाव के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई.
शेयर का हाल
जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर में आज 5% का लोअर सर्किट लगा है. पिछले पांच सालों में यह शेयर 22.47% गिर गया है. महीनेभर में 36% और छह महीने में 51.06% की गिरावट आई है. हालांकि, पिछले एक साल में यह शेयर 19.65% बढ़ा है और पांच सालों में इसने 180% का उछाल देखा है. साल 2008 में यह शेयर 96% गिरा था और उस समय इसकी कीमत 295 रुपये थी.