नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने पिछले साल भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट से संबंधित 1.65 करोड़ सेवाएं प्रदान की हैं. इतना ही नहीं, हर महीने 14 लाख से अधिक वीजा आवेदन जमा किए गए हैं. यह बातें विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को 12वें पासपोर्ट दिवस के मौके पर सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपने बयान में कही.
उन्होंने कहा कि मंत्रालय पासपोर्ट बनाने के दौरान पुलिस वेरिफिकेशन में लगने वाले समय को कम करने के लिए राज्यों के साथ कार्य कर रहा है. भारत और विदेश में तैनात सभी पासपोर्ट अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए जयशंकर ने कहा कि केंद्रीय पासपोर्ट संगठन के साथ विदेश मंत्रालय इस अवसर को चिह्नित कर रहा है. साथ ही भारतीय नागरिकों को विश्वसनीय, सुलभ, पारदर्शी और कुशल तरीके से समय पर पासपोर्ट और संबंधित सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत कर रहा है.
सेवाओं में रिकॉर्ड 15 फीसदी की बढ़ोतरी : विदेश मंत्री ने कहा कि 2023 में पासपोर्ट और इससे जुड़ी सेवाओं में रिकॉर्ड 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उन्होंने पासपोर्ट सेवाओं में नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल सुनिश्चित कराने को लेकर भी प्रतिबद्धता व्यक्त की.
25 राज्यों में एम-पासपोर्ट पुलिस ऐप की सुविधा : एम-पासपोर्ट पुलिस ऐप 25 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शुरू किया गया है, जिसमें 9000 पुलिस स्टेशन शामिल हैं. प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए पासपोर्ट सेवा प्रणाली को डिजिलॉकर प्रणाली के साथ भी एकीकृत किया गया है.
देश में कुल 533 पासपोर्ट केंद्र
जयशंकर ने कहा कि मंत्रालय लोगों को घर के निकट सेवाएं प्रदान करने के लिए अब तक 440 पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) संचालित कर रहा है. मौजूदा 93 पासपोर्ट सेवा केंद्रों के साथ देश में अब कुल 533 पासपोर्ट प्रोसेस केंद्र हो गए हैं. उन्होंने कहा कि विदेश में हमारे नागरिकों को पासपोर्ट से जुड़ी सेवाएं प्रदान करने के लिए 187 मिशनों में पासपोर्ट जारी करने की प्रणालियां स्थापित की गई हैं. इसके अलावा मंत्रालय पासपोर्ट वितरण पारिस्थितिकी तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए पुलिस सत्यापन में लगने वाले समय को कम करने के लिए राज्यों/यूटीएस पुलिस के साथ लगातार काम कर रहा है.