आपका रिश्ता नया है. अगर आप इसे प्यार से भरना चाहती हैं, मजबूत बनाना चाहती हैं तो इस रिश्ते को फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग बनाने पर ध्यान दें. शादी जीवन में खुशी, उत्साह और सपनों से भरे एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक होती शा गा है. लेकिन कुछ शादियां टूट जाती हैं, जिनका मूल कारण होता है युगल का फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग यानी वित्तीय रूप से मजबूत न होना. आपकी इस नई शुरुआत और रिश्ते में और ज्यादा रंग एवं खुशी भरने के लिए वित्तीय नियोजन का होना बेहद महत्वपूर्ण है. इसलिए कपल्स को शादी के शुरुआती दिनों से ही अपने रिश्ते को फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग बनाने पर काम करना चाहिए. ऐसा करके आप तनावमुक्त होकर शादीशुदा जीवन का आनंद उठा पाएंगी और आपसी झगड़े भी नहीं होंगे.
सबसे पहले निवेश : शादी के समय कपल्स को काफी कैश अमाउंट मिलता है. यह कैश अमाउंट अच्छा-खासा होता है, इसलिए आप इसे किसी अच्छी योजना में निवेश कर सकती हैं, जिसका अच्छा मैच्योरिटी अमाउंट मिलता है. अगर आप दोनों शादी के एक या दो साल बाद कार या घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह आपके काफी काम आ सकता है.
बजट बनाना जरूरी : आप दोनों मिलकर हर महीने एक बजट बनाएं और उसी के अनुसार पैसे खर्च करें. ऐसा करके आप हर महीने बचत करना सीख जाएंगी, जो जरूरत पड़ने पर आपके ही काम आएंगे.
फिजूलखर्ची क्यों : शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं. इसलिए फिजूलखर्ची न करें और अनावश्यक चीजों को खरीदने से बचें. जिस चीज की जरूरत हो, केवल वही खरीदें. आप चीजों को खरीदने के लिए प्राथमिकता तय करें. किसी दूसरे जोड़े से अपनी तुलना न करें. उसकी देखा-देखी न करें. ऐसा अक्सर नवविवाहित युगल अपने शुरुआती दिनों में करते हैं, क्योंकि उन्हें सब फिल्मों जैसा चाहिए होता है, जो कि असल जिंदगी में संभव नहीं. इसलिए सोच-समझकर खर्च करें.