कार हो या मोटरसाइकिल, अगर सोच-समझकर उसके लिए पैसे की व्यवस्था नहीं की गई है, तो यह समय के साथ काफी तनाव देने वाला साबित हो सकता है. ऑटोमोबाइल से संबंधित लोन लेते समय कुछ बाते हैं, जिन पर अकसर वाहन खरीदार ध्यान नहीं देते. यहां हम दे रहे हैं, उससे संबंधित कुछ सुझाव
बिना तुलना किए चुन लेना
यदि आप बिना जांचे प्री-अप्रूव्ड लोन ले लेते हैं, तो आप कार के सौदे में लाभ की स्थिति में शायद ना हों. आपको लोन का पूरा लाभ मिले, इसके लिए विभिन्न कर्जदाताओं द्वारा दिए जा रहेनियमों, ब्याज दरों आदि पर बैंकों के बीच तुलना करना सबसे अच्छा है.
क्रेडिट हिस्ट्री से अनजान
कार लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर न जानना एक बड़ी गलती है. अच्छे क्रेडिट स्कोर के साथ आप ब्याज दरों, लोन राशि, लोन अवधि आदि पर मोलभाव करने की स्थिति में हो सकते हैं. क्रेडिट स्कोर दरअसल लोन लेने की योग्यता को बताता है, इस तरह आप समझ पाते हैं कि आप लोन की कौन सी शर्तों के लिए योग्य हैं और लोन के ऑफर में आपको क्या-क्या पेश हो सकता है.
यदि क्रेडिट स्कोर कम है और कार खरीदने की कोई जल्दी नहीं है, तो खरीदारी को टाल दें और पहले अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर करने की कोशिश करें. किसी भी खरीदार को उसका क्रेडिट स्कोर आसानी से क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट या ऑनलाइन खाते पर मुफ्त में मिल सकता है.
लोन अवधि लंबी रखना
जब लोन लेते हैं, तो उसके भुगतान की अवधि लंबी करके प्रति माह किस्तों की बड़ी राशि का बोझ कम कर सकते हैं. यह एक सामान्य धारणा है. लेकिन इससे कुल ब्याज राशि बढ़ जाती है, जो लंबे समय तक भुगतान करनी पड़ती है. इसके अलावा, लंबे समय में लोन भुगतान करने तक आपकी कार बेहद पुरानी हो चुकी होती है. आमतौर पर कार लोन की 60 महीने की अवधि बेहतर होती है.
प्री अप्रूव्ड लोन लेना
कार के लिए लोन लेना है, तो केवल कार डीलर पर भरोसा करना ठीक नहीं. प्री अप्रूव्ड लोन की दरों आदि के बारे में विभिन्न बैंकों, क्रेडिट एजेंसियों और ऑनलाइन कर्जदाता संस्थाओं से भी जानें. यह प्रक्रिया कार खरीदने से पहले जरूर करें. इस तरह आप सही लोन राशि और उपलब्ध ब्याज दरों के बारे में सही जान पाते हैं.
अपने बजट से बेपरवाही
लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति की समीक्षा करें. अपने बजट से प्रतिमाह इसका भुगतान कैसे करेंगे, इसकी योजना बनाएं. अपनी स्थिति नहीं समझी, तो ब्याज के नाम पर भारी राशि देनी पड़ सकती है.