स्वदेशी अत्याधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव इस साल गणतंत्र दिवस फ्लाईपास्ट का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि इस महीने एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद इसके उड़ान भरने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है.
भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर विकसित एकल इंजन वाला हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस भी गणतंत्र दिवस के फ्लाईपास्ट में शामिल नहीं होगा. सेना, वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल लगभग 330 एएलएच का संचालन कर रहे हैं. गुजरात के पोरबंदर में पांच जनवरी को तटरक्षक बल का एक एएलएच दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद सशस्त्रत्त् बलों ने दोहरे इंजन वाले इस श्रेणी के हेलीकॉप्टर के उड़ान पर रोक लगा दी.
अधिकारी ने कहा कि एएलएच ध्रुव 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर होने वाली फ्लाईपास्ट का हिस्सा नहीं होगा. उन्होंने बताया कि जब तक उच्चस्तरीय जांच समिति दुर्घटना के मूल कारण का पता नहीं लगा लेती, तब तक इन हेलीकॉप्ट के उड़ान नहीं भरने की संभावना है. ये हेलीकॉप्टर लगभग डेढ़ दशक से गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा रहे हैं.
सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित एएलएच-ध्रुव 5.5 टन भार वर्ग का एक बहु-उपयोगी और विभिन्न तरह के मिशन को अंजाम देने वाला नई पीढ़ी का हेलीकॉप्टर है. वहीं, एचएएल द्वारा निर्मित तेजस विमान युद्ध और हमलों में मदद करता है और टोही और विमान-रोधी ऑपरेशन इसकी गौण भूमिकाएं हैं. भारतीय वायुसेना ने गणतंत्र दिवस परेड में एकल इंजन वाले विमान उड़ाना बंद कर दिया है.’
परेड में 22 लड़ाकू विमान होंगे शामिल
अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान, सात हेलीकॉप्टर और तीन डोर्नियर निगरानी विमान शामिल होंगे. राफेल लड़ाकू विमान भी फ्लाईपास्ट का हिस्सा होगा. परेड में भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते में 144 कार्मिक शामिल होंगे.