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भारतीय शेयर बाजार पर मॉर्गन स्टेनली की नई रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट बताती है कि बीते कुछ महीनों में भारतीय शेयर बाजार में करेक्शन (Correction) और बिकवाली के बावजूद, भारतीय बाजार आने वाले महीनों में उभरते बाजारों (EMs) में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले हो सकते हैं. मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, अगर ग्लोबल संकेतों में ज्यादा बदलाव नहीं आया तो भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की फिर से पहली पसंद बन सकते है.
आइए पूरी रिपोर्ट को अच्छे से समझते है…रिपोर्ट कहती हैं कि भारतीय बाजार की मजबूती के लिए पहला कारण -मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता (Macro Stability) है. मजबूत फंडामेंटल्स का फायदा भारत को मिल सकता है. क्योंकि भारत की ग्लोबल व्यापार स्थिति मजबूत हो रही है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है.
दूसरा कारण- घटता हुआ राजकोषीय घाटा: सरकार के वित्तीय घाटे में सुधार से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है.
तीसरा कारण- महंगाई में कमी- महंगाई कंट्रोल में रहने से बाजार स्थिर बना हुआ है, जिससे निवेशकों का भरोसा बरकरार है.
लेकिन अभी भी गिरावट क्यों है- रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्लोबल आर्थि मंदी की चिंताएं और FPI बिकवाली से बाजार में गिरावट आई है. वहीं, ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता बरकरार है. अमेरिकी डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड में तेजी से निवेशकों का रुझान शिफ्ट हुआ है.
लेकिन अच्छी खबर ये हैं…मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि यह करेक्शन जल्द ही खत्म होगा और बाजार उभरते बाजारों (Emerging Markets) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेगा.
भारतीय शेयर बाजार का बीटा (Beta) अन्य उभरते बाजारों की तुलना में घटकर 0.4 हो गया है, जो बताता है कि भारतीय बाजार अन्य EMs के मुकाबले कम वॉलेटाइल (Low Volatility) हो गए है.