
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के लगभग 10 हजार जवानों का नक्सल विरोधी अभियान शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। नक्सलियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अभियान को रोकने और सरकार से शांति वार्ता का अनुरोध किया.
अभियान की निगरानी कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में शुरू किए गए इस सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स, विशेष कार्य बल , राज्य पुलिस की सभी इकाइयों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसकी विशिष्ट इकाई ‘कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन’ सहित विभिन्न इकाइयों के लगभग 10 हजार जवान शामिल है.
इस बीच, शुक्रवार को भाकपा (माओवादी) के उत्तर-पश्चिम सब जोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश ने कहा है कि सभी लोग शांति वार्ता चाहते हैं.