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वोडाफोन आइडिया शेयर प्राइस का क्या है टारगेट? यूबीएस कह रहा है खरीदें

मुंबई: वोडाफोन आइडिया (VIL) के शेयर आजकल चर्चा में हैं। इसकी वजह है कंपनी पर कर्ज का भारी बोझ और ग्राहकों की संख्या में लगातार कमी। कई ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि इस शेयर की कीमत बढ़ सकती है। कुछ का तो ये भी कहना है कि ये 12.10 रुपये तक जा सकता है। हालांकि कुछ ब्रोकरेज का कहना है कि इसकी कीमत और घटेगी, इसलिए इस शेयर को बेचने में भी भलाई है।

क्या है कंपनी का नतीजा

कंपनी ने Q4FY25 के नतीजे जारी कर दिए हैं। ये नतीजे कुछ खास नहीं रहे। कंपनी को मार्च 2025 को खत्म हुए क्वार्टर में 7,166.1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। पिछले साल इसी क्वार्टर में ये घाटा 7,674.59 करोड़ रुपये था। यानी घाटे में थोड़ी कमी आई है, लगभग 6.6% की। इसके अलावा, कंपनी को अपने पुराने AGR (Adjusted Gross Revenue) बकाया पर कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। ये बकाया लगभग 30,000 करोड़ रुपये का है। AGR सरकार को टेलीकॉम कंपनियों द्वारा दिया जाने वाला राजस्व का हिस्सा होता है।

क्या है ब्रोकरों की राय

इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, कई ब्रोकरेज फर्मों के विश्लेषकों ने इस शेयर पर अपनी राय दी है। आइए देखते हैं कि वे क्या कहते हैं:

UBS: खरीदें | टारगेट प्राइस: 12.10 रुपये

UBS एक ब्रोकरेज फर्म है। इसका मानना है कि VIL के Q4FY25 के नतीजे उनकी उम्मीदों से कम रहे। कंपनी को इस क्वार्टर में 1.6 मिलियन ग्राहकों का नुकसान हुआ है। हालांकि, पिछली तिमाहियों (Q2/Q3) में ये नुकसान 5.1-5.2 मिलियन था। UBS ने अनुमान लगाया था कि Q4 में 1.8 मिलियन ग्राहक कम होंगे। कुल मिलाकर, नतीजे अनुमान से थोड़े कम रहे। UBS का कहना है कि कंपनी को फंड जुटाने, capex (पूंजीगत व्यय) योजना, 5G कवरेज और AGR/स्पेक्ट्रम राहत पर ध्यान रखना होगा।

Nuvama: होल्ड करें | टारगेट प्राइस: 7.5 रुपये

Nuvama के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के Q4FY25 के नतीजे ठीक-ठाक रहे। कंपनी का राजस्व 0.9% घट गया। इसकी वजह ARPU (औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता) में कम वृद्धि थी। ARPU का मतलब है एक ग्राहक से कंपनी को होने वाली औसत कमाई। Nuvama का कहना है कि ऐसा क्वार्टर में कम कार्य दिवसों के कारण हुआ। Nuvama ने ये भी कहा कि ग्राहक खोने की रफ्तार धीमी हुई है, लेकिन ये अभी भी कंपनी की रिकवरी में बाधा डाल रही है। कर्ज मिलने में देरी भी VIL के लिए एक बड़ी समस्या है। ब्रोकरेज फर्म ने FY26E और FY27E के लिए EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) के अनुमान को 7% और 4% तक कम कर दिया है। इसकी वजह सरकार की इक्विटी होल्डिंग से होने वाला और नुकसान है। VIL का वैल्यूएशन 11x FY27E EV/EBITDA पर किया गया है।

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