भारतीय युवाओं के लिए इन दस देशों में खुलेंगे रोजगार के नए द्वार, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय हुआ सक्रीय
नई दिल्ली। भारत के कुशल कामगारों को दस देशों में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने विदेश और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक रोडमैप पर काम तेज कर दिया है। नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएसडीसी) की रिपोर्ट के आधार पर चिह्नित 10 देशों के दूतावासों को सक्रिय कर उनकी सेक्टरवार स्किल डिमांड का अध्ययन करने के लिए कहा गया है। इसी के आधार पर भारतीय युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास किया जाएगा।
केंद्र सरकार दें रही कौशल विकास पर जोर
केंद्र लगातार रोजगार के लिए युवाओं के कौशल विकास पर जोर दे रहा है। इन्हीं प्रयासों को अगले पड़ाव तक ले जाने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने भारत से इतर अन्य देशों में रोजगार के मिशन पर भी नजरें जमा दी हैं।
हाल ही में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ वर्चुअल ग्लोबल स्किल समिट की। इसमें एनएसडीसी की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए बताया गया कि भारत में 54 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष से अधिक उम्र वाली है और औसत आयु 28.7 वर्ष है। इस आबादी के लिए वैश्विक स्तर पर रोजगार की अधिक संभावनाएं हैं।
खासतौर पर सरकार की नजर उन देशों पर है, जो घटती श्रम शक्ति की चुनौती से जूझ रहे हैं। 2022 से 2027 तक की जरूरत को देखते हुए एनएसडीसी ने 16 ऐसे देशों का अध्ययन किया, जहां भविष्य में कुशल कामगारों से जुड़ी चुनौतियां बढ़ने जा रही हैं।
रिपोर्ट कहती है कि यूएई, सऊदी अरब, कतर और जर्मनी में भारत के कुशल कामगारों के लिए सर्वाधिक संभावनाएं बनेंगी। फिलहाल अपने मिशन में भारत सरकार ने दस देशों- आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, मलेशिया, मारिशस, सिंगापुर, तंजानिया, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन को शामिल किया है।