आदित्य-एल1 ने सौर लपटों की तस्वीरें लीं
इसरो के आदित्य-एल1 अंतरिक्षयान के दो रिमोट सेंसिंग उपकरणों ने हाल ही में हुए सौर लपटों की तस्वीरें कैद कीं. अंतरिक्ष एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
लगातार ले रहा सूर्य की तस्वीरें
भारत का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 इस साल छह जनवरी को लैग्रेंजियन बिंदु (एल1) पर पहुंचा. यह अभियान दो सितंबर, 2023 को शुरू हुआ था. धरती से लैग्रेंजियन बिंदु तक पहुंचने में यान को 127 दिन का समय लगा. एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित है और इसकी मदद से लगातार सूर्य की तस्वीरें ली जा रही हैं.
आदित्य एल 1 एसयूआईटी ने अलग-अलग तरंगदैर्ध्य की छह तस्वीरें साझा की. बता दें कि इससे पहले एल 1 ने सौर तूफान को कैद किया था जो सूर्य पर 21 साल बाद 11 मई को आया था.
सात पेलोड लगे हैं
इसरो ने बताया कि सोलर अल्ट्रा वॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप और विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ ने मई 2024 के दौरान सूर्य की गतिशील गतिविधियों की तस्वीरें लीं. सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य एल-1 पर सात पेलोड हैं.
मई में हुई थी हलचल
कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) से जुड़े कई एक्स-क्लास और एम-क्लास फ्लेयर्स, भू-चुंबकीय तूफानों को जन्म देते हैं, रिकॉर्ड किए गए. सूर्य के सक्रिय क्षेत्र में आठ से 15 मई के बीच कई बार सौर लपटें उठीं.
धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित है आदित्य एल1, सितंबर में लॉन्च हुआ और जनवरी में पहुंचा