भगवान की जिस मूर्ति की पूजा करती थीं मीरा, उसी प्रतिमा के साथ मंदिर में हैं विराजमान
मथुरा, वृंदावन, बरसाना, द्वारिका, …..देश-विदेश के सभी कृष्ण मंदिरों में भगवान कृष्ण राधा या रुक्मिणी के विराजमान हैं. आमेर सागर रोड पर स्थित जगत शिरोमणि मंदिर भगवान कृष्ण का एक अनूठा मंदिर है, जहां भगवान भक्त मीरा के साथ विराजमान हैं. भक्ति के साथ ही भगवान और भक्त के रिश्ते की पवित्रता को बयां करता यह ऐसा देश का इकलौता मंदिर है.
16वीं शताब्दी में बने इस मंदिर का निर्माण दक्षिण शैली में हुआ है. मंदिर के पत्थरों पर बेहतरीन नक्काशी भी की गई है. महंत राजेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां विराजित भगवान कृष्ण की मूर्ति दुर्लभ है. ऐसा माना जाता है कि यह वही मूर्ति है, जिसकी चित्तौड़गढ़ में विवाह के बाद मीरा बाई पूजा करती थी.
जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह (प्रथम) की पत्नी रानी कनकावती ने 14 साल के बेटे कुंवर जगत सिंह की स्मृति में वर्ष 1599 में मंदिर का निर्माण शुरू करवाया था. वर्ष 1608 में तीन मंजिला मंदिर बनकर तैयार हुआ. यहां सबसे पहले भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित की गई. महंत राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मंदिर में वर्षों पुरानी पालकी भी है. दुल्हन स्वरूप मीरा बाई की प्रतिमा को इस पालकी में बैठाकर मंदिर में लाया गया था. मंदिर में भगवान गरूड़ भी विराजित हैं. कई बॉलीवुड फिल्मों और गीतों की यहां शूटिंग हो चुकी है. इसके अलावा अब मंदिर में भक्ति गीतों की भी शूटिंग होने लगी है.