रायपुर. आयुष्मान भारत योजना शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य योजना में निजी अस्पतालों की मनमानी जारी है. इस मनमानी पर राज्य नोडल एजेंसी ने सख्ती करते हुए 6 अस्पतालों का पंजीयन निरस्त कर दिया है. इसमें सिटी 24 अस्पताल रायपुर समेत उम्मीद केयर अस्पताल सिवनी बालोद, जय पतई माता अस्पताल पटेवा, स्व. विद्याभूषण ठाकुर मेमोरियल अस्पताल राजनांदगांव, सांई नमन अस्पताल महासमुंद व वेगस अस्पताल बिलासपुर शामिल है.
सभी अस्पताल नियम विरूद्ध काम कर रहे थे. अस्पतालों के विरूद्ध अनावश्यक अधिक राशि वाले पैकेज ब्लॉक करने, ओपीडी के मरीजों को अनावश्यक आईपीडी में ब्लॉक करने, बिना मरीज के पैकेज ब्लॉक करने, बिना विशेषज्ञ व सुविधा के ही संबंधित पैकेज ब्लॉक करने, अनावश्यक आईसीयू के पैकेज ब्लॉक करने, अस्पताल मे गंदगी व अतिरिक्त नकद राशि लेने की शिकायत मिली थी. इसके बाद अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. अस्पतालों द्वारा प्राप्त स्पष्टीकरण संतोषजनक नही होने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की गई है. इसमें ये अस्पताल छोटे हैं और सुविधा व विशेषज्ञ डॉक्टर न होते हुए भी पैकेज के लालच में क्लेम कर रहे हैं.
ऐसी मनमानी चिंताजनक कही जा सकती है. बालोद के उम्मीद केयर अस्पताल में जहां महिला को डिलीवरी के बाद भर्ती किया जाता है, वहां दूसरे मरीजों को भी रखा जाता है. बच्चे के जन्म लेने के बाद एनआईसीयू में रखने की भी शिकायत है. दरअसल वहां ये सुविधा ही नहीं है, लेकिन तगड़े पैकेज के कारण सीजेरियन डिलीवरी का तगड़ा पैसा लिया जाता है और बच्चे का आयुष्मान से पैकेज काट लिया जाता है. दूसरी ओर 8 अक्टूबर को जय अंबे मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल रायपुर पर 31.32 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था. अस्पताल को योजना से तीन माह के लिए बाहर भी कर दिया गया है. वहीं, रायपुर के ही बाबूजी केयर अस्पताल व डौंडीलोहारा बालोद के समता अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया गया था.