अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर शुक्रवार को बाजार खुलते ही धड़ाम हो गए हैं. रिलायंस पावर के शेयर BSE में 5 पर्सेंट लुढ़ककर 41.47 रुपये पर पहुंच गए हैं. दरअसल, एक खबर से अनिल अंबानी की कंपनियों को बड़ा झटका लगा है. सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने रिलायंस पावर लिमिटेड, उसकी सहायक कंपनियों और रिलायंस NU BESS लिमिटेड पर कंपनी की तरफ से जारी टेंडर्स में हिस्सा लेने के लिए 3 साल की रोक लगा दी है.
सरकारी कंपनी ने इस वजह से लगाया है बैन
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने जून में एक टेंडर रिलीज किया था, इस टेंडर में अनिल अंबानी की कंपनियों की तरफ से कथित फर्जी दस्तावेज जमा करने की बात सामने आई है. सरकारी कंपनी ने इसी के बाद यह पाबंदी लगाई है. सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ने इस टेंडर में 1000 MW/2000 MWh स्टैंडअलोन बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) प्रोजेक्ट्स लगाने के लिए निविदा मांगी थीं. इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद टेंडर प्रोसेस को कैंसल कर दिया गया है.
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ने कहा है कि महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड (अब नाम रिलायंस NU BESS लिमिटेड) की तरफ से जमा किए गए दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) के बदले बैंक गारंटी का इंडोर्समेंट फर्जी था. रिलायंस पावर, इसकी सब्सिडियरीज और रिलायंस NU BESS लिमिटेड पर बैन 6 नवंबर 2024 से प्रभावी हुआ है.
हाल में कर्ज मुक्त हुई है रिलायंस पावर की एक कंपनी
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने पिछले दिनों बताया कि उसकी इकाई रोजा पावर सप्लाई कंपनी ने सिंगापुर बेस्ड लेंडर वर्डे पार्टनर्स का 485 करोड़ रुपये का कर्ज और चुका दिया है. साथ ही, रोजा पावर अब जीरो-डेट कंपनी बन गई है. रोजा पावर को जीरो-डेट स्टेटस मिल गया है. कंपनी ने वर्डे पार्टनर्स का पूरा 1318 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है. सितंबर में रोजा पावर ने वर्डे पार्टनर्स को 833 करोड़ रुपये का पेमेंट किया था.