
जगदलपुर. बस्तर संभाग में पिछले 30 दिनों में भाजपा के चार नेताओं और कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या से प्रदेश का सियासी पारे में उबाल आ गया है. इन राजनीतिक हत्याओं को लेकर कांग्रेस-भाजपा में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. इन चार भाजपा नेताओं में तीन की हत्या तो सप्ताह भर में नक्सलियों ने कर दी है. रविवार को रायपुर में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये हत्याएं टारगेट किलिंग के तहत की जा रही हैं. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के आरोपों के जवाब में कहा है कि भाजपा इन हत्याओं की केंद्रीय एजेंसी से जांच करा लें. हमें कोई ऐतराज नहीं है. जानकारी के मुताबिक बीती रात दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने पूर्व सरपंच और भाजपा के मंडल कार्यसमिति के सदस्य की रामधर अलामी की हत्या कर दी है. अलामी जो पिछले 15 सालों से भाजपा में सक्रिय थे. हत्या के बाद नक्सलियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं. जिसमें पुलिस की मुखबिरी और बोधघाट परियोजना के संबंध में रुपए लेने की वजह से मौत की सजा देने की बात लिखी है.
एक माह में इन भाजपा नेताओं की हत्या
16 जनवरी को भाजपा नेता और पूर्व सरपंच बुधराम करटाम की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी. घर से कुछ दूरी पर ही भाजपा नेता का शव मिला था. भाजपा ने इसे हत्या बताया था.
5 फरवरी : बीजापुर जिले के आवापल्ली में मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम की हत्या.
10 फरवरी : नारायणपुर के छोटे डोंगर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या.
11 फरवरी : शाम रामधर अलामी की हत्या.