
अंबिकापुर. ईंट भट्ठे के ऊपर सो रहे ईंट-भट्ठा संचालक समेत तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई, इसमें 2 मजदूर शामिल हैं. मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम खजूरी पथरपारा निवासी राजदेव चेरवा (28) अपने खेत में करीब 25000 ईंट तैयार कर रहा था. रविवार को उसने परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों के साथ मिलकर गमला ईंट-भट्ठा लगाया था. उसने रविवार दोपहर करीब एक बजे ईंट भट्ठे में आग लगा दी थी. रात में ठंड के चलते राजदेव अपने सहयोगी अजय चेरवा, बनवा व अनुज चेरवा के साथ गमला भट्ठा के ऊपर सो गया.
भट्ठे में आग भी लगी थी. इसलिए इसकी तपिश से अधिक गर्मी लगने के कारण देर रात लगभग 2 बजे अजय ईंट भट्ठे के नीचे गिर गया. इसके बाद उसने नीचे से ही आवाज लगाकर ऊपर सो रहे अन्य तीन लोगों को जगाने का प्रयास किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस पर अजय ने अनहोनी की आशंका पर ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी.
धुएं के बीच रहने से दम घुटने से कई बार लोगों की मौत जाती है. कार्बन डाईऑक्साइड शरीर में जाने से व्यक्ति पहले बेहोश होता है. उसका दिमाग कोमा जैसी स्थिति में चला जाता है. लंग्स काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है. बंद कमरों में ऐसी घटनाएं ज्यादा होती है. लोग आग जलाकर सो जाते हैं या अचानक आग घरों में पकड़ लेती है. इस स्थिति में सोए हुए लोगों को पता नहीं चल पाता है और धीरे-धीरे ऑक्सीजन कम होने लगाता है और कार्बन डाईऑक्साइड गैस से मौत हो जाती है. -डॉ. लखन सिंह, मेडिकल कॉलेज, अंबिकापुर