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DGCA में निकलेंगी नई नौकरियां, तकनीकी कर्मचारियों की बढ़ेगी संख्या

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) अगले दो सालों में 400 और लोगों की नियुक्ति कर तकनीकी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 1,100 करेगा। डीजीसीए इसके लिए योजना बना रहा है। यह जानकारी 28 फरवरी को सेवानिवृत्‍त होने वाले डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने दी। कुमार ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में अपने चार साल के कार्यकाल को “रोलर कोस्टर राइड” बताया है। उन्‍होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में विमानन सुरक्षा में सुधार को लेकर कई कदम उठाए गए। इसमें इंजन की समस्‍या और स्पाइसजेट के मुद्दे भी शामिल थे।

400 तक बढ़ेगी तकनीकी कर्मियों की संख्या

कुमार ने कहा, पहले के मुकाबले देश की विमानन सुरक्षा निरीक्षण क्षमता में काफी सुधार हुआ है। वर्तमान में डीजीसीए में लगभग 1,300 कर्मचारी हैं, जिनमें लगभग 700 तकनीकी कर्मचारी शामिल हैं। अरुण कुमार ने कहा कि हमें तकनीकी कर्मचारियों की संख्या अगले एक से दो वर्षों में 400 तक बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में डीजीसीए के कार्यालयों की संख्या निकट अवधि में वर्तमान 14 से बढ़कर 19 हो जाएगी ।

‘सुरक्षा रैंकिंग में भारत का ऊपर जाना सबसे बड़ी उपलब्धि’

1989 के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अरुण कुमार से उनके कार्यकाल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह एक “रोलर कोस्टर राइड” रहा। यह संतोषजनक था, क्योंकि हमने विमानन सुरक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि ईजीसीए एक गेम चेंजर था और इसने सभी हितधारकों के लिए जीवन को आसान बना दिया। कुमार ने कहा, अपने कार्यकाल में सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) सुरक्षा रैंकिंग में भारत का ऊपर जाना और ईजीसीए का पूर्ण रोलआउट भी इसमें शामिल है।

जो सभी देश ने किया वो हमने किया- अरुण

उन्‍होंने कहा कि दुनिया जानती है कि विमानन सुरक्षा के मामले में भारत एक बेहतर देश है। जब उनसे सवाल किया गया कि कोरोना महामारी के दौरान भारत ने हवाई यात्रा बंद कर दी थी तो इस पर डीजीसीए प्रमुख ने कहा कि भारत ने वही किया, जो दूसरे देश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी बहाली ग्लिच फ्री थी जबकि अन्य देशों में विमान दुर्घटनाएं हुई थीं।

डीजीसीए के पेशे पर हमें है गर्व

डीजीसीए प्रमुख अरुण ने कहा कि डीजीसीए एक विशेषज्ञ एजेंसी है और हम हमेशा अपने पेशेवरपन पर गर्व करते हैं। तो वहीं अरुण ने यह भी कहा कि विमानन सुरक्षा एक गंभीर विषय है और डीजीसीए निरीक्षक हमेशा इसे और अच्छा करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) सत्यापन मिशन के तहत भारत की विमानन सुरक्षा निगरानी रैंकिंग 112वें स्थान से 55वें स्थान पर पहुंच गई है।

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