Coronavirus Arcturus Variant: 22 देशों में कहर बरपाने के बाद अब भारत पहुंचा ये खतरनाक वेरिएंट; इसके लक्षण भी हैं सबसे अलग
Coronavirus Cases in India: भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हर दिन के साथ आंकड़ों की रफ्तार डरा रही है. पिछले 24 घंटे में 10 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. हैरानी की बात है कि 6 अप्रैल को कोरोना के मामले 5335 थे. इसका मतलब है कि 7 दिन में ही मामलों की संख्या करीब-करीब दोगुनी हो गई. बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और कई राज्यों में मास्क अनिवार्य हो गया है. लेकिन भारत के लिए चिंता वाली बात है. कोरोना का एक खतरनाक वेरिएंट भारत में लगातार पैर पसार रहा है. इस वेरिएंट का नाम है आर्कटुरस (Arcturus). यह वेरिएंट क्रैकेन वेरिएंट के मुकाबले 1.2 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है. अब जानिए आर्कटुरस क्या है, इसके लक्षण, बचाव के तरीके और इलाज क्या है?
बहुत तेजी से फैलता है ये वेरिएंट
आर्कटुरस को अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट कहा जा रहा है. यह ओमिक्रोन के 600 से ज्यादा सब-वेरिएंट का ही हिस्सा है.दरअसल ओमिक्रोन के सब वेरिएंट XBB.1.16 का नाम ही आर्कटुरस है. यह वेरिएंट अमेरिका के कई राज्यों के अलावा 22 देशों में पाया गया है. इस वेरिएंट ने इस देशों में काफी तबाही मचाई है. भारत में इसी वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले हैं. देखा जाए तो पिछले एक महीने में इस वेरिएंट के मामलों में 13 गुना का इजाफा हुआ है.डब्ल्यूएचओ के कुछ अधिकारियों ने इसे वेरिएंट ऑफ कन्सर्न बताया है.
क्या हैं लक्षण
WHO के मुताबिक, इस वेरिएंट में जो लक्षण बच्चों में दिखाई पड़े हैं, वो अन्य किसी वेरिएंट में नजर नहीं आए. हालांकि तेज बुखार, आंखों में खुजली चिप-चिपापन, गुलाबी आंखें और खांसी इसके लक्षण हैं. हालांकि एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि वायरस के लक्षण बदल गए हैं क्या नहीं, यह कहना जल्दबाजी होगी. कंजंक्टिवाइटिस एक फैलने वाली आंखों की बीमारी है, जिसे कोरोना का नया लक्षण बताया जा रहा है.
क्या है इलाज
अगर किसी में ये लक्षण दिखाई देते हैं तो पहले खुद को अलग-थलग कर लें. कोरोना का टेस्ट कराएं. हालांकि मौसम बदलने के कारण भी फ्लू के मामलों में इजाफा हुआ है. इसके भी लक्षण कोरोना से काफी मिलते-जुलते हैं. मुमकिन है कि आपको फ्लू ही हो. इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें. इसके अलावा सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें, लगातार हाथ धोएं, मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.