अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट, NDTV, ADANI GREEN और Trans समेत ये स्टॉक धड़ाम
Adani Group Shares: घरेलू बाजार में आज बिकवाली का दबाव है. वहीं अगर अडानी ग्रुप की कंपनियों की बात करें तो उनमें आज मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है. इसके पांच शेयर ग्रीन जोन में हैं और बाकी पांच शेयर रेड जोन में हैं. अडानी ग्रुप के शेयर गिरावट के बीच कारोबार कर रहे हैं.
वहीं अगर समूह की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की बात करें तो एक दिन पहले नए कारोबार की शुरुआत के चलते यह टूटते बाजार में भी करीब दो फीसदी चढ़ गया था. हालांकि आज यह बिकता नजर आ रहा है.
अंबुजा सीमेंट्स को छोड़कर अदानी समूह के सभी दस शेयरों में आज 1 प्रतिशत से कम अस्थिरता है. अंबुजा सीमेंट्स आज एक फीसदी से ज्यादा कमजोर हुई है.
अदाणी ग्रुप के शेयरों में आज मिलाजुला रुख है
अदानी पावर 0.26 प्रतिशत बढ़कर 189.85 रुपये, अदानी ट्रांसमिशन 0.84 प्रतिशत बढ़कर 1048 रुपये, अदानी टोटल गैस 0.85 प्रतिशत बढ़कर 954.40 रुपये और अदानी विल्मर 0.05 प्रतिशत हो गया. 407.25 रुपये के साथ. NDTV भी 0.83 फीसदी की मजबूती के साथ 188.15 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
किन शेयर में गिरावट ?
बता दें कि अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों का सरकार जांच कराने को तैयार हो गई है. इन सबके बीच अडानी ग्रीन, एनडीटीवी, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अडानी पावर में गिरावट देखने को मिल रही है.
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क्या Gautam Adani ग्रुप की बढ़ेगी मुश्किलें, केंद्र सरकार हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए आरोपों की कराएगी जांच ?
Adani Group Probe: अदानी ग्रुप को लेकर एक बड़ी खबर आई है. यह खबर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से आई है. उन्होंने कहा है कि अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक पैनल करेगा. हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया.
उनका कहना है कि जब मामले की निगरानी अदालत कर रही है तो इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं लगता. उनका कहना है कि भारत सरकार की कंपनियों से सरकार दूर रहती है. वाशिंगटन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में भाग लेने के बाद दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि भारत सरकार अर्थव्यवस्था में तेजी बनाए रखने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही है.
तेल की खरीद पर लगातार टैक्स लगाया जाता है
रूस से कच्चे तेल की खरीद पर उन्होंने कहा कि कोई भी देश अपनी बड़ी आबादी की सेवा के लिए सस्ती कीमतों पर ध्यान देगा. सीतारमण ने कहा कि हमें लगातार यह आकलन करना होगा कि सबसे अच्छा सौदा कहां मिल सकता है, क्योंकि यह अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट है.
दक्षिण एशियाई देश G-7-लगाए गए मूल्य कैप के पास या ऊपर रूसी क्रूड खरीद सकते हैं क्योंकि ओपेक + देशों द्वारा उत्पादन में कटौती के कारण ऊर्जा लागत में वृद्धि हुई है.