चारधाम में आपात स्थिति पर एयरलिफ्ट होंगे यात्री
देहरादून . स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को एयर एम्बुलेंस की सहायता से हायर सेंटर लाया जाएगा.
चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए एम्स ऋषिकेश, जबकि बद्री केदार के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस कैंप बनाया गया है. हालांकि मरीजों को कार्डिक या अन्य गंभीर स्थिति में एम्स, दून मेडिकल कॉलेज और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को निर्देश दे दिए गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि गत दिनों यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर हार्टअटैक से दो तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई थी. इसे देखते हुए उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग व चमोली के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को तत्काल एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश व राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून व श्रीनगर पहुंचाया जाए. जिससे समय रहते यात्रियों को गंभीर हालत में विशेषज्ञ डॉक्टरों के माध्यम से बेहतर उपचार दिया जा सके.
चारधाम यात्रा मार्गों पर 48 स्थायी व 23 अस्थायी चिकित्सा इकाई स्थापित की गई हैं. जहां पर 29 विशेषज्ञ डॉक्टरों व 182 चिकित्साधिकारी तैनात किए गए हैं. 95 पीओसीटी डिवाइस उपलब्ध कराई गई हैं. इससे ईसीजी व ऑक्सीजन स्तर की भी जांच कर सकेंगे. इसके अलावा 272 पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती किए. इसमें 182 स्टाफ नर्स व 90 फार्मासिस्ट शामिल हैं. यात्रा मार्गों पर 200 एंबुलेंस की तैनाती की गई है. श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्डिक सेंटर स्थापित किया गया. जहां पर कार्डियोलॉजिस्ट समेत अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात रहेगा. उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग समेत अन्य यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले जिलों के डीएम व सीएमओ को हेली एंबुलेंस सेवा के लिए अधिकृत किया गया.
केदारनाथ धाम के कपाट आज खुलेंगे
केदारनाथ. केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह सुबह 620 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. पैदल मार्ग और धाम में चारों ओर बिछी तीन से चार फीट बर्फ की परवाह किए बिना सात हजार श्रद्धालु देर शाम तक केदारनाथ पहुंच गए. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी कपाट खुलने के मौके पर मौजूद रहेंगे.