स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने आज मंत्रालय में टीकाकरण के लिए गठित राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक ली. उन्होंने बैठक में राज्य में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगाए जा रहे टीकों की जानकारी लेकर इसकी समीक्षा की. उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम में अन्य विभागों की भी जिम्मेदारियां सुनिश्चित करने को कहा. साथ ही उन्होंने निजी अस्पतालों में हो रहे बच्चों के टीकाकरण के भी आंकड़े संकलित करने के निर्देश दिए.
स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक भीम सिंह ने बैठक में सभी टीकाकरण केंद्रों में कोल्ड-चेन की व्यवस्था को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने इसमें आ रही समस्याओं को तत्काल दूर करने को कहा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदिपान ने टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों के परिजनों को सोशल मोबिलाइजेशन के माध्यम से जागरूक कर नियमित टीकाकरण के लिए प्रेरित करने को कहा. उन्होंने इसके लिए कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण के लिए भारत सरकार द्वारा यू-विन (U-Win) डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है. इसके माध्यम से लाभार्थियों का नेम बेस्ड ट्रैकिंग किया जा सकता है जिससे सभी बच्चों को समय पर टीका लगाने में सहायता मिलेगी और लेफ्ट-आउट एवं ड्रॉप-आउट बच्चों की संख्या को कम किया जा सकेगा. यू-विन के माध्यम से टीकाकरण के तुरंत बाद डिजिटल सर्टिफिकेट जारी हो जाता है. वर्तमान में इस प्लेटफॉर्म की पायलेटिंग राजनांदगांव और महासमुंद जिले में की जा रही है. शीघ्र ही सभी जिलों में यू-विन का उपयोग प्रारंभ किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक डॉ. वी.आर. भगत, डॉ. महेंद्र सिंह, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. प्रदीप टंडन और इंडियन मेडिकल एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता सहित महिला एवं बाल विकास विभाग, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूएनडीपी के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे.