स्वीडन में चिकित्सा जगत में बड़ी उपलब्धि देखने को मिली है, जब रोबोट द्वारा प्रत्यारोपित गर्भाशय से दुनिया के पहले बच्चे का जन्म हुआ. पिछले महीने स्वीडन में तैयार की गई सी-सेक्शन (ऑपरेशन की एक विधि) के माध्यम से बच्चे का जन्म हुआ.
डॉक्टरों के मुताबिक, अभी शिशु का वजन तीन किलोग्राम है और उसकी 35 वर्षीय मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. यह कारनामा यूनिवर्सिटी ऑफ गॉटेनबर्ग के डॉक्टरों ने किया है. डॉक्टरों के मुताबिक, गर्भावस्था तब संभव हुई जब परिवार के सदस्य ने अपना गर्भाशय मां को दान करने के लिए सहमति व्यक्त की, फिर आईवीएफ से निषेचित अंडा प्रत्यारोपित किया गया. पहली बार प्रक्रिया के लिए रोबोट का प्रयोग हुआ.
डॉक्टरों ने प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निचले पेट में छोटे प्रवेश छिद्रों के माध्यम से शल्य चिकित्सा उपकरणों के साथ कैमरे और रोबोटिक उपकरण डाले. रोबोटिक को जॉयस्टिक्स (हाथ से चलाने वाला यंत्र) के माध्यम से चलाया गया था, ताकि अंदरूनी हिस्सों की 3डी छवियों को देखा जा सके.
2021 में शुरू हुई प्रक्रिया
प्रत्यारोपण की प्रक्रिया अक्तूबर, 2021 में स्वीडन के गोथेनबर्ग में सहलग्रेन्स्का विश्वविद्यालय अस्पताल में की गई थी. 10 महीने बाद प्रत्यारोपित गर्भाशय में डालने से पहले आईवीएफ के माध्यम से एक भ्रूण बनाया गया था और कुछ सप्ताह बाद गर्भावस्था की पुष्टि की गई. डॉक्टरों ने बताया कि मां अपनी पूरी गर्भावस्था के दौरान अच्छा महसूस कर रही थी, अब मई 2023 के अंत में 38वें सप्ताह में नियोजित सी-सेक्शन के साथ समाप्त हो गया है. दुनियाभर में अनुमानित 90 गर्भाशय प्रत्यारोपण किए गए हैं, और इसके परिणामस्वरूप लगभग 50 बच्चे पैदा हो चुके हैं.