भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल में मानसून के आगमन की घोषणा की है. 7 दिन देर से ही सही, लेकिन केरल में आखिरकार मानसून दस्तक दे चुका है. हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि गंभीर चक्रवात बिपरजॉय के कारण शुरूआत में इसके हल्के रहने की संभावना है. केरल में मानसून 1 जून में आने वाला था, लेकिन इस बार पूरे 7 दिन की देरी के बाद राज्य में बारिश का दौर शुरू हो गया है.
मानसून के पहुंचने की खबर के बीच चक्रवाती तूफान बिपरजॉय भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसके मद्देनजर केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और अलप्पुझा जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है. इस वर्ष अरब सागर में बनने वाला पहला तूफान चक्रवात बिपरजॉय है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक अपडेट में कहा कि पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर की ओर चला गया और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है.
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते अगले 48 घंटों के दौरान मध्य अरब सागर, तमिलनाडु, कर्नाटक, दक्षिण-पश्चिम पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी, पूर्वोत्तर राज्यों और केरल के बाकी हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. मानसून की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को समंदर में न जाने का अलर्ट पहले ही जारी कर दिया था.
केरल में मानसून ने 7 दिन देरी से दी है दस्तक
बता दें कि केरल में मानसून के पहुंचने की तारीख 1 जून थी, जिसके बाद अब 8 जून को मानसून ने राज्य में दस्तक दी है. आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने और इसमें तेजी आने के कारण चक्रवाती हवाएं मानसून के केरल तट की ओर आगमन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं. हालांकि पहले ही मौसम विभाग ने केरल में 8 जून को मानसून की संभावना जताई थी.
अभी और तेज होगा चक्रवाती तूफान
वहीं चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी इसके और तेज होने की संभावना है और अगले तीन दिनों के दौरान बिपरजॉय तूफान उत्तर की ओर बढ़ जाएगा .