गाजियाबाद . आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर पहुंचे बेटे को बचाने के चक्कर में पिता की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. घटना गुरुवार सुबह नया गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास हुई थी. सूचना मिलने पर पहुंची कविनगर पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मच गया.
गांव रजापुर में रहने वाले 50 वर्षीय सुनील पुत्र राजमल पैट फूड्स सप्लाई का काम करते थे. सप्लाई के लिए उन्होंने नया गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास ऑफिस बना रखा है. इस काम में उनका बेटा गौरव भी सहयोग करता था. पुलिस के मुताबिक गुरुवार सुबह पिता-पुत्र दफ्तर में मौजूद थे. वहां किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया. गुस्से में आकर गौरव ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने की बात कहकर दफ्तर से निकल गया. बेटा गुस्से में खुद को कोई नुकसान न पहुंचा ले, इसके लिए सुनील भी गौरव के पीछे चल दिए. पुलिस का कहना है कि रेलवे ट्रैक पर पहुंचते ही गौरव को मेरठ की तरफ से आती ट्रेन दिखाई दी. जैसे ही ट्रेन नजदीक आई तो गौरव ने उसके आगे कूदने की कोशिश की. पिता सुनील ने खींचकर बेटे को तो बचा लिया, लेकिन खुद ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
समझाने पर भी नहीं माना
रेलवे ट्रैक पर पहुंचने के बाद सुनील ने बेटे गौरव को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना और ट्रेन के आगे कूदने लगा. उसे बचाने के चक्कर में सुनील की जान चली गई. घटना की जानकारी लगने पर कविनगर पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं, घटना का पता लगते ही सुनील के परिवार में कोहराम मच गया. एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि बेटे को बचाने के चक्कर में पिता की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई. शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.