
हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक इमारत के निर्माण के दौरान नीचे गिरे 43 वर्षीय राजेश प्रसाद ने एम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इस दौरान पत्नी ने अपने पति के अंगदान करने का फैसला लिया और तीन लोगों की जिंदगी बचा ली. तीन अन्य लोगों के लिए अंग सुरक्षित रखे गए हैं.
एम्स के ऑर्गन रिट्रिवल बैंक (ऑर्बो) विभाग की प्रमुख डॉक्टर आरती विज ने बताया कि राजेश करीब दस फीट की ऊंचाई से गिर गए थे. पहले उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से एम्स दिल्ली में भर्ती किया गया. डॉक्टरों की टीम ने राजेश को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन उनका ब्रेन डेड हो गया. इसके बाद अस्पताल के ऑर्बो विभाग की टीम ने उनकी पत्नी को अंगदान के बारे में बताया. राजेश की पत्नी ने कहा कि उनके पति तो अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके अंग अगर किसी और को जिंदगी दे सकें तो इससे अच्छा क्या होगा.
किडनी और लिवर दो मरीजों को प्रत्यारोपित
राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन ने राजेश का लिवर और एक किडनी एम्स में भर्ती अलग-अलग मरीजों के लिए आवंटित किया है. दोनों मरीज लंबे समय से बीमार थे. उनका सफल प्रत्यारोपण कर जान बचाई ली गई. एक किडनी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती एक मरीज को प्रत्यारोपित की गई है.