सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर का पावन प्रसाद पाइये घर बैठे, जानिए पूरी प्रक्रिया

काशी: धर्म, आध्यात्म और भक्ति की पावन नगरी काशी का कण-कण इस समय शिव आराधना में लीन है. बाबा विश्वनाथ की यह पावन नगरी भक्तों के ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष से गूंज रही है. दंतकथाओं की माने तो काशी आदि विशेश्वर महादेव के त्रिशूल पर ठहरी है.
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वानाथ सदैव यहां डेरा डाले रहते हैं. यही कारण है कि सावन में श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए पूरे देश से शिव भक्तों की लंबी कतार यहां लगती है.
यही कारण है कि काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन सावन में भगवान और भक्तों के मिलन को और भी सुगम बनाने के लिए अनवरत प्रयास में लगा रहता है. बाबा का दर्शन भक्तों के लिए सुखमय हो, इसके लिए मंदिर प्रशासन लगातार तैयारियों में लगा रहता है. इस क्रम में मंदिर प्रशासन ने भारतीय जाक के साथ मिलकर सावन में बाबा विश्वनाथ का पावन प्रसाद उनके घर तक पहुंचाने के लिए विशेष पहल की है. मंदिर प्रशासन की पहल पर डाक विभाग ने देश के कोने-कोने में बैठे शिव भक्तों को घर बाबा श्री काशी विश्वनाथ का प्रसाद पहुंचाने का बीड़ा उठा लिया है.
इस संबंध में डाक विभाग की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार विभाग सावन के दो महीने में मंदिर प्रशासन से मिले प्रसाद को डाक जरिये शिव भक्तो को घर पर पहुंचाने का काम करेगा. मंदिर प्रशासन की माने तो सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ के ऐसे भी लाखों भक्त हैं, जो चाहते हुए काशी विश्वनाथ धाम नहीं पहुंच पाते हैं. इसलिए मंदिर प्रशासन ऐसे भक्तों को डाक के जरिये प्रसाद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
इस बार का सावन अधिमास के कारण बेहद खास है. इस कारण मंदिर प्रशासन डाक विभाग की स्पीड पोस्ट सेवा के जरिये देश के किसी भी कोने में रहने वाले बाबा विश्वनाथ के भक्त को प्रसाद पहुंचाएगा. इसके लिए डाक विभाग ने सावन के महीने में खास इंतजाम किया है.
इस विश्य पर विस्तार से बात करते हुए पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुए एग्रीमेण्ट के तहत देश के किसी भी कोने में रहने वाले शिवभक्त को स्पीड पोस्ट से श्री काशी विश्वनाथ का प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए भक्तों को अपने नजदीकी डाकघर से 251 रुपए का इलेक्ट्रानिक मनीआर्डर प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल-221001 के नाम भेजना होगा.
वाराणसी में भक्त का ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग मंदिर प्रशासन से विश्वनाथ प्रसाद लेकर तत्काल दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट से प्रसाद पहुंचा देगा. उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन की ओर से दिये गया डिब्बा बंद प्रसाद पूरी तरह से टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा. जिसके ऊपर वाराणसी के घाट पर जारी डाक टिकट की प्रतिकृति भी अंकित होगी. इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. इसके अलावा इसे मात्र ₹ 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है.
वहीं मंदिर प्रशासन ने बताया कि भक्तों को डाक से भेजे जाने वाले प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिङ्ग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, भभूति, रक्षा सूत्र, रुद्राक्ष मनका, मेवा, मिश्री का पैकेट इत्यादि रहेगा. सूखा होने के कारण यह प्रसाद लम्बे समय तक उपयोग में बना रहता है.