Kiran Baliyan Biography : दिल्ली. एशियाई खेलों में जिस वक्त 24 वर्षीय किरण बालियान 72 साल का सूखा खत्म कर शॉटपुट स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन रही थीं, उस वक्त उनके पिता सतीश गाजियाबाद के पास ट्रैफिक संभाल रहे थे. सतीश बालियान उत्तर प्रदेश ट्रैफिक पुलिस में हेड कांस्टेबल बतौर काम करते हैं. ड्यूटी पर रहने की वजह से वह शुक्रवार को हांगझोऊ में अपनी बेटी का 17.36 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो नहीं देख सके. इससे पहले 1951 के दिल्ली एशियाई खेलों में एंग्लो इंडियन बारबरा वेबस्टर ने इस स्पर्धा में कांस्य जीता था. 2017 की एशियाई चैंपियन मनप्रीत कौर पांचवें स्थान पर रहीं. मनप्रीत की सर्वश्रेष्ठ थ्रो 16.25 मीटर रहा.
कोचिंग के लिए कर्ज तक लिया
किरण की मां हर रोज दो बार उन्हें प्रशिक्षण के लिए अपनी स्कूटी से ‘स्टेडियम छोड़ने और घर वापस लेने आती थी. प्रशिक्षण का खर्च बढ़ने पर बालियान परिवार ने दोस्तों और नाते-रिश्तेदारों से कई बार आर्थिक सहयोग लिया. पहले साल के प्रशिक्षण के दौरान ही किरण ने रांची में अंडर 18 नेशनल स्पर्धा में छठा स्थान प्राप्त किया था. रांची में किरण ने 3 किग्रा पुट को 12.49 मीटर फेंकने में सफलता हासिल की थी.