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किसानों के हित में बड़ी घोषणा छत्तीसगढ़ सरकार ने कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य बढ़ाया

कांकेर में नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन में अपने संबोधन से बस्तर के लोगों का जीता दिल, कहा मेरी दादी कहती थी आदिवासी संस्कृति सबसे अच्छी, क्योंकि इसमें प्रकृति के प्रति गहरा आदर
पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में महिलाओं को अधिकार सम्पन्न और सशक्त बनाने का किया काम – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ राज्य पावर कम्पनी के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की सुविधा
पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति का अनुपात अब 33 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत
हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरी जैसी स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के लिए शिक्षकों की होगी नियुक्ति
कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम अब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर
कांकेर जिले को मिली 866 करोड़ रूपए के विकास कार्याे की सौगात
321 करोड़ 71 लाख की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज का हुआ भूमिपूजन
रायपुर, 06 अक्टूबर 2023

उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाने के कारण लोग आज खेती करना नहीं चाह रहे, लेकिन छत्तीसगढ़ देश का ऐसा प्रदेश है जहां लोग खेती की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों को फसल का उचित दाम मिलना इसकी बड़ी वजह है। यह बात श्रीमती प्रियंका गांधी ने कांकेर में आयोजित नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन में अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में गौर मुकुट से श्रीमती गांधी का स्वागत किए जाने पर वह अभिभूत हुई और पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू, स्वर्गीय इंदिरा गांधी और स्वर्गीय राजीव गांधी की बस्तर से जुड़ी स्मृतियों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि मेरी दादी हमेशा कहती थी कि आदिवासी संस्कृति सबसे अच्छी है क्योंकि इसमें प्रकृति के प्रति गहरा आदर है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य पावर कम्पनी के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की सुविधा प्रदान करने, पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति का अनुपात अब 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने और हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरी जैसे स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के लिए शिक्षकों की नियुक्ति करने और कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर किए जाने की घोषणा की। साथ ही जिलेवासियों को 866 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण-भूमिपूजन कर बड़ी सौगात दी। इस दौरान 321 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से बनने वाले कांकेर मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पुरखती कागजात और तानाबाना पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ससंदीय सचिव एवं विधायक श्री शिशुपाल शोरी, भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीमती सावित्री मण्डावी, अंतागढ़ विधायक श्री अनुप नाग, मुख्यमंत्री के ससंदीय सलाहकार श्री राजेश तिवारी, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य श्री बिरेश ठाकुर, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री नितिन पोटाई, जिला पंचायत सदस्य श्री हेमन्त ध्रुव, उपाध्यक्ष श्री हेमनारायण गजबल्ला, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुभद्रा सलाम, गौ सेवा आयोग के सदस्या नरेन्द्र यादव, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. जगदलपुर के अध्यक्ष श्री शंकर ध्रुवा, पर्यटन बोर्ड के सदस्य नरेश ठाकुर, कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला, एसपी श्री दिव्यांग पटेल सहित जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।
नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि एक समय था जब जनप्रतिनिधियों की संख्या कम थी। इससे निर्णय एक जगह केंद्रित हो जाते थे। कई ऐसे कार्य होते थे, जिन्हें पूर्ण करने में बहुत समय लगता था। जब पंचायती राज की बात हुई तो मंशा ये थी कि लोकतंत्र को जनजन तक पहुंचना चाहिए, गांव का कार्य गांव में ही होना चाहिए।

श्रीमती गांधी ने कहा कि इस देश की जितनी व्यवस्था है उसकी नींव पंचायतों में हैं, नगरीय निकायों में हैं। आप सभी इन जिम्मेदारियों को बहुत निष्ठा से निभाते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार भरोसे की सरकार है। आज अगर सरकार पर आपका भरोसा है तो वो इसलिए है कि हम छत्तीसगढ़ की परंपरा को बढ़ा रहे हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आपके पास आये, आपकी समस्याओं को समझा। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी 1972 में बस्तर में आई थीं। आपने फोटो देखी होगी जब वे आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य कर रही थीं। मेरे पिता स्वर्गीय राजीव गांधी भी आपके पास आये। हमारे सभी जनप्रतिनिधियों ने यह प्रयास किया कि आपकी समस्याओं को समझे, इसीलिए यह भरोसा बना है।

श्रीमती गांधी ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी यहां आई थीं, तब स्वामी आत्मानंद से उन्होंने कहा था कि यहां के बच्चों को शिक्षा देने का काम करना है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां जगह-जगह पर स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले हैं। जिससे अंग्रेजी में पढ़ाई आसान हुई है और गरीब बच्चों का भविष्य संवर रहा है। उन्होंने कहा कि आज बस्तर ब्रांड बन गया है।

मिलेट मिशन के बारे में बात करते हुए कहा कि मिलेट सेहत के लिए बड़े उपयोगी होते हैं। कोदो-कुटकी, रागी से लोगों की आय बढ़ाने का काम किया गया है, जिससे आदिवासियों की आय बढ़ी है। लोगों को रोजगार मिल रहा है।
श्रीमती गांधी ने कहा कि आज देश छत्तीसगढ़ की ओर देख रहा है। आपका मान सम्मान देश दुनिया में बढ़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां का किसान खुश हैं। ग्रामीण खुश हैं।
श्रीमती गांधी ने कहा कि देश भर में धान खरीदी का सबसे ज्यादा दाम यहां मिलता है। हमने आपकी संपत्ति आपके हाथों में डाली है। आपका अधिकार आपको सौंपा है। पांच साल में यहां के 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं। देश के अन्य राज्यों में आवारा पशुओं की समस्या है। यहां छत्तीसगढ़ में गौठान योजना से आपकी समस्याएं हल हुई हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं प्रदेश में संचालित की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों का मानदेय बढ़ाया गया है। लड़कियों को बेहतर शिक्षा मिल रही है। आज बस्तर अंचल की इन बेटियों ने अंग्रेजी में मुझसे बात की, यह सुखद है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय श्री राजीव गांधी ने 73 वें और 74 वें संशोधन के माध्यम से पंचायती राज की व्यवस्था लाई और इसके साथ ही एक तिहाई महिलाओं को आरक्षण देने का भी काम हुआ। श्री बघेल ने कहा कि जब से पंचायती राज लागू हुआ है महिला प्रतिनिधि मंच पर बैठी है, पंचायत भी संचालित कर रही हैं और महापौर भी बनी हैं। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के जीवन में समृद्धि लाने, सम्मान दिलाने और उन्हें आगे बढ़ाने का काम हमने किया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची अभी प्रकाशित हुई है, इसमें 57 विधानसभाओं में ज्यादा महिला मतदाताएं हैं। छत्तीसगढ़ में बेटे-बेटियों में कोई भेदभाव नहीं होता। हम लोग लगातार पंचायती राज्य को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। पेसा कानून को हमने लागू किया है। हमारी सरकार ने लोहांडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन वापस की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तेजी से आदिवासियों के विकास के लिए कार्य हो रहे हैं। तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाई गई है। 67 लघु वनोपज हम खरीद रहे हैं। दो लाख महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। 300 इंडस्ट्रियल पार्क शुरू किए गए हैं। हम महात्मा गांधी के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं। हमने मिलेट मिशन आरंभ किया है। नथियानवांगांव में 22 प्रकार की खाद्य सामग्री बन रही है। हम लोगों को उत्पाद का सही मूल्य दिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जमशेद जी टाटा जब छत्तीसगढ़ में खदान के लिए आए, तब आदिवासियों ने कहा कि हम सरकार को इसे दे देंगे, निजी हाथों में नहीं देंगे। फिर पूर्व प्रधानमंत्री श्री नेहरू ने यहां के लोहे से भिलाई स्टील प्लांट की शुरूआत की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रम देश की संपदा है। इनका निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री श्री नेहरू जी ने आरंभ किया। हम निरंतर आम जनता की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं।
 मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन कांकेर में की बड़ी घोषणाएं –

राज्य पावर कम्पनियों में एक अप्रैल 2004 और इसके उपरांत नियुक्त लगभग 10 हजार कर्मियों के लिए नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन की सुविधा।
पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति अब 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की घोषणा।
कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर किए जाने की घोषणा।
हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरी जैसे स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के साथ-साथ अब इन भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति करने की घोषणा।
चारामा विकासखण्ड टंहकापार में महानदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण।
कांकेर नरहरपुर मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा।
आदिवासी पुस्तकालय की स्थापना।
अंतागढ़ से घोड़ागांव, अंजारी मार्ग पर पुल निर्माण।

क्रमांक: 3632/सुरेन्द्र/शेखर/सौरभ/विवेक

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि वितरण कार्यक्रम में मिलेट्स उत्पादक किसानों के हित में बड़ी घोषणा की. उन्होंने कोदो और कुटकी के समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा की. श्री बघेल ने खरीफ 2023 हेतु कोदो का समर्थन मूल्य 3000 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 3200 रुपए प्रति क्विंटल करने तथा कुटकी का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 3350 रुपए प्रति क्विंटल करने की घोषणा की.

 मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार कोदो तथा कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित नहीं करती है. राज्य सरकार द्वारा कई बार केंद्र से कोदो और कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित करने का आग्रह किया गया लेकिन केंद्र सरकार द्वारा इसकी घोषणा नहीं की गई. इसलिए छत्तीसगढ़ के मिलेट्स उत्पादक किसानों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा कोदो- कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कोदो का समर्थन मूल्य जो वर्ष 2022-23 में 3000 प्रति क्विंटल था जिसे खरीफ 2023 हेतु बढ़ाकर 3200 रुपए प्रति क्विंटल करने तथा कुटकी का समर्थन मूल्य जो 3100 रुपए प्रति क्विंटल था उसे बढ़ाकर 3350 प्रति क्विंटल करने की घोषणा की.

मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित अमल-

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आज शाम कोदो-कुटकी के समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा पर त्वरित अमल करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के कृषि एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा खरीफ 2023 में उत्पादित कोदो एवं कुटकी के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना में खरीफ 2023 में उत्पादित कोदो का न्यूनतम उपार्जन मूल्य 3200 रूपए प्रति क्विंटल और कुटकी का न्यूनतम उपार्जन मूल्य 3350 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है. रागी फसल के लिए भारत सरकार द्वारा खरीफ 2023 हेतु घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 3846 रूपए प्रति क्विंटल के अनुसार उपार्जन किया जाएगा. उपार्जन अवधि का निर्धारण वन विभाग द्वारा किया जाएगा. कोदो-कुटकी एवं रागी का उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के माध्यम से किया जाएगा.

गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि का अंतरण-

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में 9.65 करोड़ रूपए अंतरित किए. इस राशि में गोबर विक्रेताओं को 4.93 करोड़ रूपए, गौठान समितियों को 1.45 करोड़ रूपए, स्व-सहायता समूहों की 1.14 करोड़ रूपए की लाभांश राशि के साथ ही गौठान समिति के सदस्यों को 2.26 करोड़ रूपए की मानदेय राशि शामिल है. गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को आज वितरित की गई राशि को मिलाकर 588.83 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री ने कहा इस वर्ष धान की खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ होगी राज्य सरकार द्वारा इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि इस साल हम लोगों ने 130 लाख मीटरिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है, उम्मीद है कि हम इस लक्ष्य को जरूर हासिल करेंगे. पिछले साल हम लोगों ने 107 लाख 53 हजार मीटरिक टन धान की खरीदी की थी, इस साल हम धान खरीदी का नया रिकार्ड बनाएंगे. इस साल भी छत्तीसगढ़ के लोग जोरदार दशहरा-दीवाली मनाने वाले हैं. श्री बघेल ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किश्तों का भुगतान भी बिलकुल ठीक समय पर किया जा रहा है. अभी हाल ही में 28 सितंबर को योजना की तीसरी किश्त का भुगतान भी कर दिया गया है. न्याय योजनाओं के अंतर्गत अभी तक पौने दो लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि का भुगतान हितग्राहियों को किया जा चुका है.

गौठानों में अब तक 138.26 क्विंटल गोबर की खरीदी-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में अब तक 138.26 क्विंटल गोबर की खरीदी हो चुकी है, जिसके एवज में पशुपालक किसानों को अब तक 276.53 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है. इसी तरह गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 280.04 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है. इस योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 2 किश्तों में लगभग 30 करोड़ रूपए की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि बोनस का भी भुगतान किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के मामले में गौठान समिति की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है. 6453 गौठान स्वावलंबी गौठानों ने अब तक 83 करोड़ रूपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय किया है.

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया. इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, आदिम जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.  

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