बैंक या ऐप कंपनियां यूपीआई खाते को बंद करने से पहले संबंधित ग्राहक को ई-मेल या मोबाइल संदेश भेजकर सूचित करेंगी. उन्हें जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा जाएगा. एक साल से कोई लेनदेन न करने वाले ग्राहकों के पास 31 दिसंबर तक मौका है कि वे कम से कम एक लेन-देन कर लें ताकि उनका यूपीआई खाता सक्रिय रहे.
यूपीआई से लेनदेन 11 अरब के पार निकले
देश में अक्तूबर लगातार ऐसा तीसरा महीना है, जब यूपीआई का लेनदेन 1000 करोड़ के पार चला गया. निगम के मुताबिक अक्तूबर में यूपीआई से 17.16 लाख करोड़ रुपये के 11 अरब से अधिक लेन-देन हुए. निगम के मुताबिक लेनदेन को अगर संख्या के हिसाब से देखें तो यह सितंबर के 10.56 अरब से आठ प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 11.41 अरब हो गया है.
राष्ट्रीय भुगतान निगम ने इसलिए उठाया कदम
यह कदम लेनदेन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए उठाया जा रहा है. कई बार ऐसा होता है कि लोग मोबाइल नंबर तो बदल लेते हैं लेकिन उससे जुड़े यूपीआई खाते को बंद नहीं करते हैं. बाद में वह नंबर किसी दूसरे व्यक्ति को मिल जाता है. ऐसे में उस नंबर पर अगर किसी ने ई-वॉलेट में रुपये भेजे हैं तो वह उस शख्स के पास पहुंच जाते हैं, जिसके पास वह मौजूदा नंबर है. ऐेसे लेनदेन पर रोक लगेगी.