नए साल में बैंकों ने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है. एसबीआई समेत आधा दर्जन बैंकों ने पर्सनल लोन, ऑटो लोन की ब्याज दरों में वृद्धि की है. हालांकि, होम लोन की ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया गया है. बैंक रेपो दर में बदलाव के बाद ही एमसीएलआर में बढ़ा देते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया.
एसबीआई कार लोन पर नई दरों के तहत अधिक सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों से 8.85 फीसदी ब्याज वसूल रहा है. पहले यह 8.65 फीसदी था. बैंक ऑफ बड़ौदा ने ब्याज 8.7 से बढ़ाकर 8.8 फीसदी कर दिया है. यूनियन बैंक 9.15 फीसदी ब्याज ले रहा है. पहले यह 8.75 फीसदी था.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने पर्सनल लोन पर ब्याज दर 10.49 फीसदी से बढ़ाकर 10.75 फीसदी कर दी है. कर्नाटक बैंक अब 14.28 फीसदी ब्याज वसूलेगा. पहले 14.21 फीसदी ले रहा था.
घर कर्ज की ब्याज दरों में बदलाव क्यों नहीं हुआ
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने तो होम लोन की दरों में कटौती की है. पहले बैंक 8.5 फीसदी ब्याज ले रहा था, जिसे घटाकर 8.35 फीसदी किया है. होम लोन की ब्याज दरों का सीधा संबंध रेपो दर से होता है. इसके विपरीत खुदरा लोन का संबंध एमसीएलआर से होता है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने फरवरी, 2023 से रेपो दर में बदलाव नहीं किया है. इस कारण होम लोन की दरों में भी कोई बदलाव नहीं होगा.