दुनिया के सौ देशों में मनेगा रामोत्सव
अयोध्या. भारत ही नहीं, दुनिया के सौ दूसरे देशों में भी रामोत्सव मनाया जाएगा. इन देशों में सनातन परंपरा में विश्वास रखने वाले पंथों, सम्प्रदायों से जुड़े मठों-मंदिरों में बड़े उत्सव की तैयारी की जा रही है. विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) 60 देशों में सक्रिय अपने संगठन के माध्यम से इन देशों में भी दिवाली मनाने की योजना पर काम कर रहा है. अन्य 40 देशों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अन्य प्रकल्पों के माध्यम से इस योजना को मूर्तरूप दिया जा रहा है.
इन सभी देशों में बड़ी स्क्रीन पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सीधे प्रसारण की व्यवस्था रहेगी. सुबह सभी लोग अपने-अपने पंथ, संप्रदाय व आध्यात्मिक परंपरा के अनुसार पूजा-पाठ करेंगे. मुख्य रूप से सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ होगा व अन्य प्रमुख मंत्रों का जाप किया जाएगा. पूरे दिन उत्सव मनाने के बाद शाम होते ही दीप जलाकर सभी खुशी का इजहार करेंगे. किसी स्थान पर बड़ा मंदिर नहीं है तो वहां के प्रशासन की अनुमति से बड़े पार्कों समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर उत्सव का आयोजन किया जाएगा.
भारत के हर कोने में श्रीराम की मूर्तियां
वाराणसी. कौशल्यानंदन राम भारतीय संस्कृति और लोक स्मृतियों के रोम-रोम में बसे हैं. मगर रामनाम की सीमाएं सीमित नहीं हैं. राम से जुड़ी मूर्तियां, शिलालेख और सिक्के इराक से लेकर इंडोनेशिया तक मिले हैं. दुनियाभर में हुए पुरातात्विक उत्खननों में राम या रामकथा से जुड़ी कोई न कोई मूर्ति या शिलालेख जरूर मिला है. हालांकि इनकी पहचान बाद में हुई है. ये साक्ष्य संग्रहालयों में सुरक्षित रखे गए हैं. बीएचयू के पुरातत्व विभाग के डॉ. सचिन तिवारी और शोधछात्र उत्कर्ष राय ने दुनियाभर में मिले भगवान राम से जुड़े पुरातात्विक साक्ष्यों व शिलालेखों का अध्ययन किया है.
एफिल टावर पर उत्सव, एक दिन पहले रथ यात्रा
पेरिस में एक दिन पहले ही 21 जनवरी को राम रथ यात्रा का आयोजन होगा. बताया जाता है कि फ्रांस में रहने वाले भारतीय पूरे पेरिस में राम रथ यात्रा और एफिल टावर पर बड़े पैमाने पर उत्सव का आयोजन करेंगे. इसके जरिए अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
वैश्विक एकता के सूत्र हैं भगवान राम विहिप
विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि रामोत्सव की तैयारियों के लिए वेबिनार समेत प्रचार-प्रसार के अन्य कार्यक्रम हो रहे हैं. कई देशों में वहां के राष्ट्रध्यक्षों के भी वहां आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने की उम्मीद जताई जा रही है.
वेबिनार के माध्यम से किया जा रहा प्रचार
महोत्सव दुनिया के दूसरे देश में प्रचारित-प्रसारित करने के लिए बुद्धिजीवियों-चिंतकों को जोड़कर वेबिनार कराया जा रहा है. आठ जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के लोगों को जोड़कर वेबिनार किया गया. इसे गवाही से चर्चा में आए केके मोहम्मद ने भी संबोधित किया.
इन प्रमुख देशों में होंगे आयोजन
विहिप अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, मॉरीशस, आयरलैंड, फिजी, इंडोनेशिया, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों में तैयारी कर रहा है. संघ के संपर्क से अफगानिस्तान, पाकिस्तान, श्रीलंका, मिस्र, साउथ अफ्रीका आदि में तैयारियां की जा रही हैं.