भारत और फ्रांस अंतरिक्ष से एआई तक कई मोर्चों पर सहयोग बढ़ाएंगे
![](https://aajtakcg.com/wp-content/uploads/2024/01/1x-1-780x470.jpg)
नई दिल्ली: भारत और फ्रांस के बीच रक्षा औद्यौगिक साझेदारी रोडमैप को लेकर सहमति बनी है. इसके तहत, दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर अंतरिक्ष तक कई क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि फ्रांस की कई कंपनियां तकनीक हस्तांतरण के लिए भी तैयार हैं. सरकार ने दावा किया है कि फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान भारत को जेट इंजन तकनीक हस्तांतरण करने के लिए इच्छुक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेने भारत आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच गुरुवार को जयपुर में बातचीत हुई थी. शुक्रवार को विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि दोनों देश रक्षा औद्यौगिक साझेदारी पर सहमत हो चुके हैं.
सफ्रान-भारत शक्ति जेट इंजन सौदे से जुड़े सवाल पर फ्रांस में भारत के राजदूत जावेश अशरफ ने कहा कि यह भारत-फ्रांस रक्षा औद्यौगिक रोडमैप का हिस्सा है. अब यह मामला हमारी लड़ाकू विमानों की आवश्यकताओं के अनुरूप एक मुकाम पर पहुंचने की ओर है. उन्होंने कहा, हमारे अनुरोध पर सफ्रान डिजाइन, विकास, प्रमाणन, उत्पादन आदि के लिए सौ फीसदी प्रौद्यौगिकी हस्तांतरण का इच्छुक है.
फ्रांस के चार नागरिकों को पद्म पुरस्कार
फ्रांस की चार शख्सियतों को इस साल पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. फ्रांस के जिन लोगों को यह सम्मान मिला उनमें 100 वर्षीय योग गुरु चार्लोट चोपिन और आयुर्वेद चिकित्सक किरण व्यास शामिल हैं. इसके अलावा संस्कृत विद्वान पियरे सिल्वेन फिलिओजैट और फ्रेड नेग्रिट को भी सम्मानित किया गया. पियरे सिल्वेन भारतीय संस्कृति से जुड़े अध्ययन को समर्पित हैं, वहीं फ्रेड भारतीय संस्कृति के बारे में जागरुकता फैला रहे हैं.