देश में बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम कसने में जुटी केंद्र सरकार ने मोबाइल ऐप का सहारा लिया है. गत वर्ष शुरू किए गए एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस (ईडीएआर) की मदद से रियल टाइम दुर्घटना की तमाम जानकारियों को दर्ज किया जा रहा है. इसकी मदद से सरकार अध्ययन कर हादसों की रोकथाम के उपाय लागू कर रही है.
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने मोबाइल ऐप ईडीएआर की कमान अपने क्षेत्रीय अधिकारियों (आरओ) व परियोजना निदेशकों (पीडी) को सौंपने की तैयार शुरू कर दी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 150 आरओ-पीडी को तीन फरवरी को ईडीएआर के इस्तेमाल, निगरानी व कार्रवाई संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा.
क्षेत्र के हिसाब से हादसों की संख्या पता चल रही
ईडीएआर में क्षेत्र को यूनिक ग्रिड आईडी के साथ वर्ग किलोमीटर ग्रिड में विभाजित किया गया है. जीआईएस टूल से प्रत्येक ग्रिड में हादसों की संख्या का पता लगाया जाता है. दुर्घटनाओं की गंभीरता के लिए कई रंगों का उपयोग किया जाता है.
दस लाख दुर्घटनाओं की जानकारी जुटाई
अधिकारी ने बताया, ईडीएआर को देशभर में 500 मीटर तक के छोटे हिस्सों पर लाइव कलर-कोडेड हीटमैप तैयार करने के लिए लॉन्च किया गया है. इस प्लेटफॉर्म पर अब तक 10 लाख से अधिक दुर्घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं.