SIP में बढ़ रहा निवेशकों का भरोसा
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP इनफ्लो फरवरी 2024 में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जो पहली बार ₹19,000 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है. आंकड़ों से पता चलता है कि एसआईपी प्रवाह ₹19,187 करोड़ था, जो पिछले महीने के ₹18,838 करोड़ से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है.
इससे ये पता लगता है कि एसआईपी में निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है. वित्तीय विशेषज्ञ एसआईपी प्रवाह में इस उछाल का श्रेय कई कारकों को देते हैं, जिनमें दीर्घकालिक धन सृजन के बारे में बढ़ती जागरूकता, एसआईपी के माध्यम से निवेश में आसानी और बाजार की समग्र सकारात्मक भावना शामिल है.
म्यूचुअल फंड हाउस भी अनुभवी निवेशकों और बाजार में नए आने वालों दोनों के लिए एक सुलभ और अनुशासित निवेश विकल्प के रूप में एसआईपी को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहे हैं.
मार्केट एकसपर्ट्स की मानें तो निवेशकों के बीच में SIP के निवेश पर बढ़ते विश्वास का कारण कई मार्केट फैक्टर्स हैं. एक्पसपर्ट्स का मानना है कि लोग अब लंबी अवधि में बड़ी पूंजी तैयार करने के बारे में सोच रहे हैं.
SIP में आसान निवेश भी निवेशकों की रुचि का एक कारण हो सकता है. वहीं एसआईपी को लेकर मौजूदा समय में पॉजिटिव सेंटीमेंट भी एक वजह है. इसके अलावा यह भी देखा गया है कि म्यूचुअल फंड हाउसेज भी SIP निवेश को प्रमोट कर रहे हैं. जिससे रिटेल निवेशकों के बीच SIP निवेश में रुचि बढ़ती दिख रही है.
आंकड़ों पर नजर डालें तो फरवरी लगातार 36वां महीना है, जब इक्विटी इनफ्लो देखने को मिला है. यानी कि एसआईपी निवेश लगातार बढ़त पर है. AMFI के आंकड़ों बताते हैं कि फरवरी में इक्विटी इनफ्लो बढ़कर ₹26,703.06 करोड़ पर पहुंच चुका है. जबकि, जनवरी महीने में यह ₹21,749 के स्तर पर था.