केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा, सीएए कानून कभी भी वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
शाह ने कहा, नागरिकता संशोधन कानून का कोई प्रावधान संविधान का उल्लंघन नहीं करता. अनुच्छेद 11 संसद को नागरिकता से संबंधित नियम बनाने की सारी ताकत देता है. मुझे लगता है कि चुनाव के बाद सभी इस मामले में सहयोग करेंगे और वे सिर्फ अभी अफवाह फैला रहे हैं और तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं.
ममता पर हमला बोला सीएए की अधिसूचना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब बंगाल में भाजपा की सरकार होगी और तब हम घुसपैठ रोकेंगे. अगर आप (ममता बनर्जी) राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर इस तरह की राजनीति करेंगे और शरणार्थियों के भारतीय नागरिकता लेने का विरोध करेंगे तो फिर लोग आपके साथ नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक शरणार्थी और घुसपैठिए के बीच का अंतर नहीं समझती हैं.
राजनीति कर रहा विपक्ष
लाभ लेने को चुनाव के ऐलान से कुछ दिन पहले सीएए लागू करने के विपक्ष के आरोपों पर शाह ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी समेत विपक्षी नेता सीएए पर झूठ बोले रहे हैं. भाजपा ने 2019 के घोषणा पत्र में ही इसका ऐलान किया था. शाह ने कहा कि केजरीवाल को अगर राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता है तो उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में बात करनी चाहिए. ‘आप’ का कथित भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद वह अपना आपा खो दिया है. क्या रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए हमारी नौकरियां नहीं ले रहे हैं?