कोयला उत्पादन का लक्ष्य मुश्किल, मिट्टी उठाव पूरा

कोरबा: वित्तीय वर्ष की समाप्ति में पखवाड़े भर से भी कम का समय बचा है. इसके साथ ही कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी एसईसीएल के लिए लक्ष्य मुश्किल होता जा रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में 200 मिलियन टन का नारा देने वाली कंपनी 175 मिलियन टन के आसपास सिमटती नजर आ रही है.
इस बीच कंपनी के लिए एक राहत भरी खबर आई है कि उसने कोयले की फेस से मिट्टी हटाने के लक्ष्य को पूरा कर लिया है.
कंपनी की ओर से बताया गया है कि चालू वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 310 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवरबर्डन को कोयले की सतह से हटाया है. पिछले साल इसी अवधि तक कंपनी ने 248 मिलियन क्यूबिक मीटर मिट्टी को हटाया था.
पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वर्ष कंपनी ने 24.64 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की है. इससे एसईसीएल का प्रबंधन उत्साहित है.
मिट्टी को हटाने का सबसे अधिक कार्य कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की गेवरा, दीपका और कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट में हुआ है. इसके अलावा मानिकपुर से भी लक्ष्य के अनुसार मिट्टी को हटा लिया गया है.
कंपनी ने बताया है कि मिट्टी को कोयले की सतह से हटाने के लिए भारी भरकम मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें 42 क्यूबिक मीटर की सावेल और 240 टन की क्षमता वाला डंपर के अलावा 381 एमएम की ड्रील भी शामिल है. इसके पहले मानिकपुर ने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है.