लोकसभा चुनाव के आयोजन का जिम्मा स्कूल शिक्षकों के कंधों पर भी होगा. अलग-अलग विषय के शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करने के संबंध में आदेश जारी किए जा रहे हैं.
उत्तरी जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से हाल में शिक्षा निदेशालय में कार्यरत टीजीटी, पीजीटी, पीईटी पद पर शिक्षकों को एआरओ को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं. रिपोर्ट न करने को गंभीरता से लिया जाएगा.
एक स्कूल शिक्षक ने बताया कि अभी शिक्षक वार्षिक परीक्षा की उत्तर-पुस्तिका जांचने में जुटे हैं. मार्च के आखिर में परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद स्कूल शिक्षकों के लिए भी बड़ी तादाद में चुनावी ड्यूटी आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
चुनाव के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए बकायदा शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण मिलता है. ज्यादातर स्कूल के शिक्षक चुनाव प्रक्रिया के आयोजन का हिस्सा बनते हैं.