भारतीय नौसेना की ताकत का दुनिया ने लोहा माना
भारतीय नौसेना की काबिलियत के अमेरिकी विशेषज्ञ भी मुरीद हो गए हैं. अमेरिकी मीडिया ने कई विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि भारतीय नौसेना की स्पेशल फोर्सेज की क्षमता दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ स्पेशल फोर्सेस में से एक है.
भारतीय नौसेना ने बीते सप्ताह ही अरब सागर में व्यापारिक पोत एमवी रुएन को समुद्री लुटेरों से बचाया था. ऑपरेशन में चालक दल के 17 सदस्यों को बचाया था और 35 के करीब समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर करके हिरासत में लिया गया था. नौसेना ने कहा कि इस अभियान में एक नौसेना विध्वंसक, एक गश्ती पोत, एक नौसैनिक ड्रोन, एक टोही ड्रोन और एक पी-8 निगरानी जेट शामिल थे. सी-17 ट्रांसपोर्टर विमान की भी मुख्य भूमिका थी.
अमेरिका के काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन इंटरनेशनल अफेयर्स के जॉन ब्रैडफोर्ड ने कहा कि यह सफलता दर्शाती है कि भारतीय नौसेना प्रशिक्षण, कमांड-नियंत्रण और अन्य क्षमताओं के मामले में दुनिया में शीर्ष स्तर की है. इस अभियान को यह आकर्षक बनाता है कि युद्धपोत, एयरक्राफ्ट और मरीन कमांडो की मदद से कार्रवाई की गई और खतरे को कम से कम किया.
भारतीय नौसेना ने पेशेवर क्षमता दिखाया
वहीं एक अन्य विश्लेषक पूर्व अमेरिकी नेवी कैप्टन कार्ल शूस्टर ने कहा कि इस घटना ने भारतीय नौसेना की पेशेवर क्षमता को दिखाया है. उन्होंने कहा कि भारत के मरीन कमांडो मार्कोस ने अपने ब्रिटिश और अमेरिकी समकक्षों से काफी कुछ सीखा है. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना खुद में भी बहुत ट्रेंड और अनुशासित पेशेवर फोर्स है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने जनवरी में कहा कि क्षेत्र की मेरीटाइम सिक्योरिटी भारत की प्राथमिकता है.
ऐसे चला पोत को लुटेरों से छुड़वाने का अभियान
समुद्री लुटेरों ने बीते साल दिसंबर में माल्टा का झंडा लगे और बुल्गारिया द्वारा संचालित किए जा रहे व्यापारिक पोत एमवी रुएन को अगवा कर लिया था. लुटेरों द्वारा इस पोत का इस्तेमाल अन्य पोतों को लूटने के लिए किया जा रहा था. इनसे निपटने के लिए भारत, स्पेन और जापान के युद्धपोत लगातार इस इलाके में गश्ती अभियान चला रहे थे. भारत ने आईएनएस कोलकाता को तैनात किया था. भारतीय नौसेना ने पहले एक ड्रोन को भेजा ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या लुटेरे पोत पर मौजूद हैं या नहीं. समुद्री लुटेरों ने इस ड्रोन को गोलियां दागकर नष्ट कर दिया. इसके बाद भारतीय युद्धपोत ने करारा जवाब दिया. भारतीय नौसेना ने बुल्गारिया के सात नाविकों को बचाया जो इस पोत पर तैनात थे. बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन रादेव और बुल्गारिया के नेताओं ने भी भारत की तारीफ की है.