प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप स्पष्ट करते हुए बुधवार को दो टूक कहा कि अगर नीयत सही है तो काम भी सही होगा. बीते 10 साल इसके गवाह हैं. उन्होंने कहा कि अभी तो शुरुआत हुई है, हमें और भी आगे जाना है.
प्रधानमंत्री ने राइजिंग भारत को भारत की पहचान बताते हुए स्पष्ट किया कि नया भारत आतंक के जख्म नहीं सहता, बल्कि जख्म देने वालों को पूरी ताकत से सबक सिखाता है. एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पांच साल पहले इसी समारोह में आने की घटना का जिक्र करते हुए कहा, तब वह बेहद शांत मन से बैठे थे. अगले दिन सबने एक खबर देखी कि रात में भारत में बालाकोट में एयर स्ट्राइक की है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया 21वीं सदी को भारत की सदी कह रही है.
पूरी दुनिया देख रही है कि 10 सालों में भारत में इतने बड़े बदलाव किए हैं. आजादी के बाद जो व्यवस्था थी, उसमें बदलाव ला रहे हैं.
जिसको किसी ने कभी नहीं पूछा उसे मोदी ने पूजा मोदी ने कहा कि पहले लोग कहते थे की ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियां ताकतवर लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं करती हैं, वहीं आज भ्रष्टाचारी कह रहे हैं कि ईडी और सीबीआई उन पर कार्रवाई क्यों कर रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हर वर्ग की चिंता की उनकी योजनाओं में गरीबों के दुख-दर्द का इलाज दिखाई देगा. जिसको किसी ने कभी नहीं पूछा उसे मोदी ने पूजा. उन्होंने साफ किया कि मोदी की गारंटी किसी विज्ञापन की मोहताज नहीं है, बल्कि जो कुछ कह रहे हैं, वह करके दिखा रहे हैं.
बात से ही यूक्रेन संकट का हल मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की.
मोदी ने पुतिन को उनके पांचवीं बार राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी. इस दौरान उन्होंने दोहराया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को हल करने के लिए बातचीत और कूटनीति ही आगे का रास्ता है. इसके चंद घंटे बाद ही प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को भी फोन किया. उन्होंने जेलेंस्की से जंग का हल निकालने को कहा. दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने मोदी को अपने देश में आने का न्योता दिया.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान मोदी और पुतिन ने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की. साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. नेताद्वय ने आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में ठोस प्रयास करने पर सहमति जताई. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, राष्ट्रपति पुतिन के साथ बात की और रूसी संघ के राष्ट्रपति के रूप में उनके फिर से चुने जाने पर उन्हें बधाई दी.’
‘राष्ट्र प्रथम’ की सोच से ही बदलाव आया
प्रधानमंत्री ने कहा कि नीयत एक ऐसा फैक्टर है, जिससे इतना बड़ा बदलाव 10 साल में आया. राष्ट्र प्रथम की नीयत से ही यह बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, जीना भी है तो देश के लिए, मरना है तो देश के लिए. उन्होंने कहा 2014 में जब सत्ता में आए तब से और आज की स्थिति में बड़ा अंतर आया है. तब देश की साख गिर रही थी. हर घर में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा था लेकिन उस समय की सरकार झूठे तर्कों से अपने घोटालों को दबाने में लगी हुई थी. आज की सरकार भ्रष्टाचार पर कारवाई कर रही है और उसका हिसाब भी दे रही है. मध्यमवर्ग को मजबूत किया गया है, यह भी मोदी की गारंटी है.