नई दिल्ली: दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने दूरसंचार कंपनियों से 15 अप्रैल से यूएसएसडी-आधारित कॉल फॉरवर्डिंग को बंद करने के लिए कहा है. एक आधिकारिक आदेश में यह भी कहा गया कि वैकल्पिक तरीके के जरिये इन सेवाओं को फिर से चालू किया जा सकता है.
मोबाइल फोन के जरिये होने वाली धोखाधड़ी और ऑनलाइन अपराधों पर लगाम लगाने के लिए इस संबंध में एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया है. मोबाइल ग्राहक अपने फोन स्क्रीन पर कोई भी सक्रिय कोड डायल करके यूएसएसडी सेवा का उपयोग करते हैं.
इस सेवा का इस्तेमाल अक्सर आईएमईआई नंबर और मोबाइल फोन शेष राशि समेत अन्य जानकारी पता लगाने के लिए किया जाता है.
विभाग ने 28 मार्च के एक आदेश में कहा कि उसके संज्ञान में आया है कि एसएसएसडी (अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डेटा) आधारित कॉल फॉरवर्डिंग सुविधा का दुरुपयोग कुछ अनुचित गतिविधियों के लिए किया जा रहा है.
आदेश के मुताबिक, इस संबंध में, सक्षम प्राधिकारी ने यह फैसला किया है कि सभी मौजूदा यूएसएसडी-आधारित कॉल फॉरवर्डिंग सेवाओं को 15 अप्रैल, 2024 से अगली सूचना तक बंद कर दिया जाए.
विदेशी मोबाइल नंबर से कॉल करके मोबाइल नंबर बंद करने के धमकी भरे कॉल पर संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग ने परामर्श जारी करते हुए आज कहा कि विभाग अपनी ओर से किसी को भी ऐसी कॉल करने के लिए अधिकृत नहीं करता है और उसने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है तथा ऐसी कॉल प्राप्त होने पर कोई भी जानकारी साझा नहीं करने की अपील की है.