प्रत्येक वित्तीय वर्ष समाप्त होने पर एक अप्रैल से देशभर के टोल प्लाजा पर टोल की दरों में इजाफा किया जाता है. लेकिन यह पहली बार होगा, जब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 1 अप्रैल से टोल टैक्स की बढ़ी हुई दर को वापस लिया है. जून में नई सरकार के गठन के बाद बढ़ी दरें लागू होने की संभावना है.
एनएचएआई हर साल 31 मार्च की आधी रात से टोल टैक्स की बढ़ी हुई दरें लागू करता है. विभाग थोक मूल्य संचकांक (डब्ल्यूपीआई) के आधार पर टोल की दरों में इजाफा करता है, जोकि पांच से दस फीसदी के बीच होती है. एक टोल कंपनी के अधिकारी ने बताया कि विभिन्न परियोजना निदेशकों से संबंधित टोल कंपनी को बढ़ी हुई दरें नहीं लागू करने के मौखिक आदेश दे रहे हैं. विभाग की ओर से लिखित रूप में कुछ नहीं मिला है.