कोरबा. सैलून संचालक की बेटी को नौकरी लगाने का झांसा देकर दो लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामन आया है. पुलिस ने बलौदा बाजार के पलारी में रहने वाले एक युवक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पुलिस ने बताया कि बांगो थाना अंतर्गत एतमानगर में टीकाराम श्रीवास की सैलून दुकान है. वर्ष 2020 में टीकाराम का परिचय प्रकाश वैष्णव के साथ हुई थी.
उस समय टीकाराम की पुत्री ने स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स भर्ती के लिए आवेदन किया था. टीकाराम ने इसकी जानकारी प्रकाश वैष्णव को दिया. तब प्रकाश ने टीकाराम को बताया कि उसकी स्वास्थ्य विभाग में अच्छी पकड़ है. टीकाराम को प्रकाश ने यह भी बताया कि वह पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया का निज सचिव है. प्रकाश ने टीका राम से दो लाख रुपए देने पर उसकी बेटी को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने का आश्वासन दिया.
भरोसे में आकर टीकाराम ने 28 अगस्त 2020 को 50 हजार रुपए दिया. कुछ दिन बाद प्रकाश वैष्णव ने ईश्वर वैष्णव को टीकाराम के राम भेजा. चार सितंबर 2020 को एक लाख 50 हजार रुपए दिया. रुपए देते समय टीकाराम की पत्नी व अन्य सदस्य भी मौजूद थे. पैसा लेने के बाद प्रकाश आज तक टीकाराम की बेटी को नौकरी लगाने का झांसा देकर टालता रहा. दो साल गुजर गए. लेकिन टीकाराम की बेटी को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी नहीं मिली.
तब टीकाराम ने प्रकाश से संपर्क किया. उससे पैसा लौटाने के लिए कहा. लेकिन प्रकाश रुपए लौटाने से इनकार कर दिया. ठगी के शिकार सैलून संचालक ने इसकी शिकायत बांगो थाने में की. पुलिस शिकायतों के आधार पर जांच कर रही है. प्रारंभिक रुप से मामला सही पाए जाने पर पुलिस ने प्रकाश वैष्णव के खिलाफ 420 का केस दर्ज किया है. उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पुलिस का कहना है कि प्रकाश की पतासाजी की जा रही है. जल्द पकड़कर पूछताछ की जाएगी.