दूध पिलाने वाली मांओं को गर्मियों में अतिरिक्त रूप से सजग रहने की जरूरत होती है. क्योंकि उन्हें इस विकट मौसम में न सिर्फ अपना बल्कि अपने दुधमुंहे शिशु का भी ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि वह तो अपनी मां के दूध पर ही निर्भर होता है. तपती गर्मियों में आपकी जिम्मेदारी बन जाती है कि आप अपना सही से ख्याल रखें ताकि आप पर निर्भर शिशु को दूध की किल्लत न हो. इसके लिए आपको कुछ ऐसे उपाय करने चाहिए.
हाइड्रेटिड रहें : गर्मियों में इस बात का ध्यान
रखें कि शरीर में पानी की मात्रा कम न होने पाये, इसके लिए खूब पानी पीएं ताकि हाइड्रेटिड रह सकें और हां, पानी पीने तक ही सजगता जरूरी नहीं है. खानपान और पहनावे में भी इसका ध्यान रखें. इन दिनों वह कपड़े पहनें जो आरामदायक हों और जो बदन को ठंडक दें, बेचैनी न पैदा करें. इन दिनों इस बात का भी ध्यान रखें कि जब भी शिशु को दूध पिलायें तब अगर एक आरामदायक बाथ लेकर ऐसा करें तो यह आप दोनों के लिए सुकूनभरा होगा.
खानपान कर रखें विशेष ध्यान : खूब हरी सब्जियां, सलाद और फल खाएं. इस मौसम में फलों में जामुन, लीची, संतरा, मोसंबी जैसे फल जरूर खाएं. आम भी खाएं लेकिन सीधे बाजार से लाकर न खाएं उन्हें कुछ देर पानी
में रखें और कमरे के तापमान पर कई घंटों तक पानी में भीगे आम ही खाएं ताकि उसकी गर्मी और अगर वह केमिकल से पकाया गया है तो उस कैमिकल का खराब असर निकल जाए. सब्जियों में टमाटर, शिमला मिर्च, पत्तागोभी, ब्रोकली, बींस, शकरकंद जरूर खाएं. मेवों में बादाम, अखरोट, चिया शीड्स, अलसी के बीज खाना भी दूध पिलाने वाली मांओं के लिए इन दिनों अच्छा होता है
इन बाता का भी ध्यान रखें
अगर लेटकर दूध पिला रही हैं तो कोशिश करें दूध पिलाते समय आप दोनों आरामदायक स्थिति में रहें. केवल सादे पानी का ही उपयोग करें.