छत्तीसगढ़: बालोद और दंतेवाड़ा में दोबारा होगी नीट परीक्षा
रायपुर: बालोद व दंतेवाड़ा में नीट यूजी दोबारा हो सकता है. दरअसल गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई. सुनवाई में केंद्र सरकार की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि जिन केंद्रों में गड़बड़ी के बाद छात्रों को बोनस अंक दिए गए हैं, ऐसे 1563 छात्रों के लिए दोबारा नीट का आयोजन किया जाएगा. बालोद के एक सेंटर में 391 छात्रों को 45 मिनट बाद सही पर्चे बांटे गए थे. वहीं दंतेवाड़ा में हिंदी माध्यम के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम के पर्चे बांट दिए गए थे. ऐसे में दोनों ही शहरों में परीक्षा होने की पूरी संभावना है.
एनटीए द्वार गठित चार सदस्यीय जांच कमेटी ने 1563 छात्रों के लिए 23 जून को परीक्षा कराने की बात कही है. रिजल्ट 30 जून या इसके पहले जारी कर दिया जाएगा. दावा किया गया है कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग निर्धारित 6 जुलाई से होगी. जो छात्र परीक्षा नहीं देना चाहते, उनका रिजल्ट बिना बोनस नंबर के जारी किया जाएगा. कमेटी ने सुझाव दिया है कि छात्रों के बिना बोनस वाले स्कोर कार्ड भी जारी किया जाना चाहिए. 5 मई को हुए नीट में बालोद व दंतेवाड़ा में 45 मिनट देरी से परचे बंटे थे. 4 जून को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने रिजल्ट घोषित किया, लेकिन सभी छात्रों को बोनस अंक नहीं देने की बात सामने आ रही है.
देशभर में नीट के आल इंडिया रैंक एक में 67 छात्र आए हैं, जो सबसे बड़ा विवाद का विषय बन गया है. दोबारा परीक्षा होने के बाद पता चलेगा कि वाकई ये 67 छात्र टॉपर के लायक है या नहीं. तब इन्हें बोनस नंबर भी नहीं दिया जाएगा. गौर करने वाली बात ये है कि एनटीए ने जांच में दंतेवाड़ा व बालोद सेंटर को भी शामिल किया था. बालोद में एसबीआई व केनरा बैंक में परचे रखवाए गए थे.
एसबीआई वाले पर्चे बांटने थे, लेकिन अफसरों ने लापरवाही करते हुए केनरा बैंक वाले पर्चे बांट दिए. इस लापरवाही का पता अधिकारियों को 45 मिनट बाद हुआ. इसके बाद आनन-फानन में सही पर्चे बंटवाए गए. छात्रों को अतिरिक्त समय भी नहीं दिया गया. इसे लेकर छात्रों व पालकों ने जमकर हंगामा किया था. मामला बिलासपुर हाईकोर्ट में है.