केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिट एंड रन के बढ़ते मामलों पर बात करते हुए कहा है कि ऐसे अभिभावकों के नाम को सामने लाने और उन्हें शर्मिंदा करने की जरूरत है जो ऐसे बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत दे देते हैं.
उन्होंने कहा, “ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए जुर्माने में भारी बढ़ोतरी के बावजूद लोग नियम तोड़ रहे हैं. लोग नियमों को अनदेखी करते हैं और उन्हें नियम तोड़ने का कोई डर नहीं है.”
नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने इंजीनियरों से कहा है कि नेशनल हाईवे के बीच या डिवाइडर के नए डिजाइन तैयार करे जिस पर से कोई पार न कर सके. उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों को रोकने का यही एकमात्र उपाय है. नितिन गडकरी ने डिवाइडर पार करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि देश में कुछ लोग खुद को खास समझते हैं और सड़क पार करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाले हाइवे पर रैंप के प्रावधान के साथ और अधिक फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला किया है ताकि दोपहिया वाहन उनका प्रयोग कर सकें.
सड़क हादसों में हर साल कई जानें भी जाती हैं. आंकड़ों के मुताबिक हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लगभग डेढ़ लाख मौतें होती हैं. इस पर बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध या सांप्रदायिक दंगों और दूसरी दुर्घटनाओं से भी ज़्यादा लोगों की जान चली जाती है.